यूपी की राजधानी लखनऊ का पॉलीटेक्निक चौराहा अचानक ही गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा…हर तरफ अफरा तफरी मच गई…और जब गोलियां की आवाज थमी तो 9 बदमाश पुलिस की गिरफ्त में आ चुके थे… इसी के साथ खुल गया डकैती का सबसे बड़ा राज़…दरअसल बीती 8 जून की रात पॉलीटेक्निक चौराहे पर हमेशा की तरह सबकुछ ठीक ठाक चल रहा था…इसी बीच पुलिस को सूचना मिली कि कुछ संदिग्ध लड़के किसी वारदात को अंजाम देने जा रहे हैं…तुरंत ही पुलिस ने नाकाबंदी शुरु की…कुछ देर के बाद तीन बाइक पर सवार 9 लड़के पुलिस को आते हुए दिखाई दिये…पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की लेकिन उन सबने भागना शुरु कर दिया…तभी गाजीपुर थाने के एसएचओ प्रशांत कुमार ने अपने हमराही के साथ बदमाशों को दौड़ाना शुरु कर दिया…कुछ दूर जाने के बाद बदमाशों ने पुलिस पर फायर झोंक दिया…बदमाशों के असलहे से निकला लोहा सीधा एसएचओ की गाड़ी में जा धंसा…इस फायरिंग में एसएचओ प्रशांत कुमार बाल बाल बचे…जवाबी कार्रवाई में इंस्पेक्टर प्रशांत कुमार ने भी फायर किया…पुलिस की गोली चलते ही लड़के लड़ खड़ा गए और पुलिस ने एक एक कर सभी दबोच लिया…
पुलिस के मुताबिक इस गिरोह का सरगना काशिफ बहुत ही शातिर है उसपर पूरे 10 हजार का इनाम घोषित किया गया था…और पुलिस को लंबे अरसे से उसकी तलाश थी…इतना ही नहीं पुलिस की माने तो गाजीपुर थाना इलाके के रबिंद्रपल्ली में बीती एक मार्च को कोरियर कंपनी में लूट की वारदात को अंजाम दिया गया था जिसमें ये बदमाश शामिल थे…
पुलिस ने कुल 9 बदमाशों को गिरफ्तार किया है…जिन्हें फिलहाल मेडिकल के बाद कोर्ट और फिर जेल भेजा जाएगा…पुलिस के माने तो इन बदमाशो पर चौक कोतवाली, थाना वजीरगंज और ठाकुरगंज समेत कई थानों में मामले दर्ज हैं…पुलिस इन बदमाशों को रिमांड पर लेकर कई और वारदातों का खुलासा भी कर सकती है.