हॉस्पिटल प्रशासन और डॉक्टर की लापरवाही से एक मरीज का जान जाते जाते बची…लेकिन गनीमत रही की सही वक्त पर हुई जांच हो गई ऑपरेशन करते हुए तौलिये को बाहर निकाल लिया गया…ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर का नाम मुदस्सिर आफताब है…जो कि पेट से तौलिया निकाले के दौरान ये भी बता रहे हैं कि ये ऑपरेश कहां हुआ था और किस डॉक्टर ने पेट में तौलिया छोड़ा…
इस वीडियो में ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर मुदस्सिर आफताब साफ साफ बता रहे हैं कि इससे पहले ये इस महिला का ऑपरेशन आनंद अस्पताल में डॉक्टर दीपक ने किया था…और उन्होने ने लापरवाही बरतते हुए मरीज के पेट में तैलिया छोड़ दिया…जिसमें पस गई और उसे वो निकाल रहे हैं.
डॉक्टर मुदस्सिर आफताब के इस वीडियो के वायरल होते हुए पूरे मुरादाबाद में हड़कंप मच गया…जिसके बाद डॉक्टर मुदस्सिर पर भी दबाव बढ़ने लगा और उन्होने एक बार नया वीडियो बनाकर आनंद अस्पताल के डॉक्टर सुभाष को पाक साफ साबित करने की कोशिश की…
ये कोई पहला मामला नहीं है जब मुरादाबाद अस्पतालों की इस तरह लापरवाही सामने आई है…बल्कि इससे पहले भी कई ऐसे कांड हो चुके है…सूत्रों की माने तो पूरे जिले में लगभग 250 हॉस्पिटल ऐसे हैं जिनका कही कोई रजिस्ट्रेशन नहीं है…बावजूद इसके ये धड़ल्ले से चल रहे हैं…सूत्रों की मुताबिक इन फर्जी अस्पतालों को जिले के एसीएमओ डॉक्टर डीके प्रेमी का संरक्षण मिला हुआ है…जानकारी के मुताबिक सीएमओ डॉक्टर डीके प्रेमी पिछले 15 सालों से मुरादाबाद में तैनात है…जो अपने आप में एक अनोखा मामला है…इतना ही नहीं अगर इन झोलाछाप डॉक्टरों की लापरवाही से कोई मरीज मर जाता है अधिकारियों की मिलीभगत से इनपर कोई कार्रवाई नहीं होती जिससे इनके हौसले बुलंद होते जा रहे हैं…कुछ वक्त पहले भाजपा नगर विधायक रितेश गुप्ता ने शासन में बैठे कई बड़े मंत्रियों को पत्र लिखकर इस तरह झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी लेकिन आज तारीख तक इसपर कोई कार्रवाई नहीं हुई…खैर अब देखने वाली बात ये होगी कि आखिर सीएमओ डॉ. डीके प्रेमी मरीज के पेट से तौलिया निकलने के मामले पर कब कार्रवाई करते हैं,…ये मामला भी दूसरे मामलों की तरह ही ठंडे बस्ते में चला जाता है.