एक महिला 40 सालो से किराएदार की हैसियत से रमेश गुप्ता के मकान में रह रही थी लेकिन उनकी मौत के बाद जो हुआ उसे इनपर गमों का पहाड़ सटूट पड़ा…
40 साल से किरायेदार की हैसियत से रह रही बिधूना कोतवाली क्षेत्र के लोहा मंडी के रहने वाली शारदा देवी और उसकी बहन को मकान मालिक के मर जाने के बाद संपत्ति हथियाने आये रिश्तेदारों ने बाहर निकाल दिया.
इसमे कोई शक नहीं है की सभी रिश्तेदार संपत्ति हड़पने के लिए मौके पर पहुंचे है…लेकिन सवाल ये नहीं है की महिला को मृतक मकान मालिक के रिश्तेदारो ने घर से बाहर निकाल दिया… बल्कि सवाल ये है की इतने सालो के बाद आखिर ये रिश्तेदार आए कहां से…ये वो सवाल है जिससे सभी मोहल्ले वाले भी परेसान हैं… पीड़ित महिला के अनुसार आज तारिख तक मकान मालिक रमेश के एक भी रिश्तेदार ना तो उनसे मिलने आया और ना ही उन्होने कभी किसी का जिक्र किया.. पीड़िता औऱ उनकी बेटी दोनो का यही कहना था की आज तक उनके मकान मालिक का कोई रिश्तेदार नहीं आया लेकिन उनके मर जाने के बाद अचानक ही सबको उनकी संपत्ति हड़पने का ख्याल आ गया यकीनन इसी लिए लोगों को रिश्तेदारी याद आ रही है…. पीड़िता की माने तो सभी अचानक रात के समय आए और मकान पर ताला जड़ दिया.. और फिर उनके साथ गाली गलौज भी की..
तथाकथित रिश्तेदारों ने घर में मौजूद महिलाओं को भी नहीं बख्सा, सभी को गालियां दी औऱ तो और उन्हें मारा पीटा भी.. इतना ही नहीं पीड़िता के अनुसार पुलिस पूरे मामले में लीपापोती करने में जुटी है और अभी तक पुलिस ने कोई भी सुनवाई नही की और न ही वीडियो में दिख रहे दबंगो के खिलाफ कोई कार्यवाही की है… उधर पुलिस का कहना है की दोनों पक्षो मे समझौता हो चुका है..
अब सवाल ये उठता है की अगर समझौता हो चुका है तो फिर पीड़िता अपने घर के बाहर परिजनों के साथ बैठने को मजबूर है ? क्यो नहीं दबंगो को उनके किए की सजा मिल रही.. इस पूरे मामले में पुलिस किस तरह की कार्यवाही करती है ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा.