बहराइच: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में जहरीली शराब से हुई मौत और उससे उठा सियासी बवंडर अभी शांत भी नहीं हुआ है कि बहराइच से आई खबर ने सभी के होश उड़ा दिये हैं. बहराइच जिले में नकली शराब का धंधा धड़ल्ले से फल फूल रहा है. और किसी भी अधिकारी को इसकी भनक तक नहीं लग रही. ऐसी लापरवाहियां एक दिन बड़ी महामारी की शक्ल इख्तियार करती है।
दरअसल बहराइच जिले के थाना मोतीपुर के ग्राम सभा खैरी समैसा की है. जहां एक शख्स और उसकी महिला साथी घर के अंदर बैठकर आराम से कच्ची शराब का व्यापार कर रहा है जिसे वो पहले प्लास्टिक की थैली में भरते फिर प्लास्टिक की बोतल में उसके बाद छोटी-छोटी शीशियों में भरकर ग्राहकों को बेचता है जिसे पीने के बाद क्या होगा ये किसी से छिपा नहीं है। ये वो ही लोग है जो बहराइच जिले में कच्ची शराब के धंधे को धड़ल्ले से ऑपरेट कर रहे हैं ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या आबकारी अधिकारियों को इस तरह की हरकतों के बारे में कुछ नहीं पता है शाम ढलते ही इस तरह की दुकानों पर भीड़ लग जाती है. कच्ची शराब दुकानों पर बिकने वाली देशी शराब से काफी नशीली और सस्ती होती है. इस लिहाज से गांव देहात के लोग इसका सेवन ज्यादा करते हैं लेकिन इस शराब में कई ऐसे कैमिकल मिलाए जाते हैं जिन्हें पीने से इंसान की मौत भी हो जाती है।
ऐसा ही मामला कुछ दिनों पहले अलीगढ़ में हुआ जहां करीब 150 लोगों की मौत हो गई जबकि कई लोग गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं. इस मामले पर खुद सीएम योगी ने संज्ञान लेते हुआ सख्त कार्रवाई के आदेश दिये थे. अलीगढ़ के हालात तो सुधर गए लेकिन दूसरे शहरों के हालात जस के तस बने हुए हैं. खैर अब देखना ये होगा कि आखिर आबकारी विभाग इस तरह के काले कारोबारियों पर कब कार्रवाई करता है।