डेंगू, संचारी रोग जैसी महामारी को समाप्त करने के लिए अब चूहे, छछूंदरों पर नियंत्रण किया जाएगा। मच्छर को रोकने के लिए खास पौधे लगाए जाएंगे। चूहे और छछूंदरों को रोकने का काम कृषि विभाग करेगा। वन विभाग मच्छर रोधी पौधे लगाएगा।
शहर और ग्रामीण क्षेत्र में चूहे, छछूंदर और मच्छरों से फैल रही बीमारियों पर मंगलवार को संगम सभागार में विस्तार से चर्चा हुई। जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में कई विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। बीमारियों पर अंकुश लगाने के लिए कृषि, वन व सिंचाई विभाग को जिम्मेदारी दी गई।
बैठक में कृषि विभाग को चूहे, छछूंदर रोकने के लिए योजना बनाने को कहा गया। वन विभाग को उद्यान और विद्यालयों में मच्छरों को रोकने वाले पौधे लगाने का निर्देश दिया गया। पानी से पनपने वाले मच्छरों की रोकथाम की जिम्मेदारी सिंचाई विभाग को दी गई है। ये योजनाएं ग्रामीण क्षेत्र में लागू की जाएंगी। जिलाधिकारी ने बीमारियों से बचाव के लिए सुअर बाड़े आबादी से अलग रखने का निर्देश दिया। ग्रामीण स्कूल के बच्चों को साफ-सफाई के प्रति जागरुक करने के लिए भी कहा गया। उपकरण देने के लिए दिव्यांग बच्चों की सूची बनाने के लिए भी कहा गया है।