IPL 2021 का सेकेंड हाफ कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के लिए अब तक अच्छा रहा है. टीम अपने दोनों मुकाबले जीतने में सफल रही. इस जीत में युवा बल्लेबाज वेंकटेश अय्यर (Venkatesh Iyer) का योगदान अहम रहा. अय्यर ने ओपनिंग करते हुए दो मैच में नाबाद 41 और 53 रन की पारी खेली. हालांकि, मध्य प्रदेश का यह बल्लेबाज पहले 6 नंबर पर बल्लेबाजी करता था. लेकिन रातों-रात ओपनर बन गया और अब गेंदबाजों पर कहर बनकर टूट रहा है.
आईपीएल 2021 का सेकेंड हाफ अब तक कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के लिए अच्छा रहा है. केकेआर अपने दोनों मुकाबले जीतने में सफल रहा. टीम की इस जीत में युवा खिलाड़ी वेंकटेश अय्यर (Venkatesh Iyer) का योगदान अहम रहा. वेंकटेश ने आईपीएल में अब तक सिर्फ 2 मैच ही खेले हैं. लेकिन अपनी छाप छोड़ने में सफल रहे. केकेआर के बल्लेबाज वेंकटेश ने रॉयल चैलेंजर्स और मुंबई इंडियंस दोनों के खिलाफ ओपनिंग की और दोनों ही मौकों पर टीम को तेज शुरुआत दिलाई.
आरसीबी के खिलाफ अपने डेब्यू आईपीएल मैच में वो फिफ्टी जड़ने से 9 रन से चूक गए. लेकिन मुंबई के खिलाफ अगले ही मैच में अर्धशतक लगाकर इसकी भरपाई कर दी. घरेलू क्रिकेट में मध्य प्रदेश की तरफ से खेलने वाले अय्यर पहले 6 नंबर पर बल्लेबाजी करते थे. लेकिन रातों-रात वो ओपनर बने और अब गेंदबाजों पर कहर बनकर टूट रहे हैं. उनके ओपनर बनने की कहानी भी दिलचस्प है.
अय्यर को सलामी बल्लेबाज बनाने में मध्य प्रदेश के कोच चंद्रकांत पंडित (Chandrakant Pandit) का रोल सबसे अहम रहा है. पंडित को आज भी वह दिन याद है, जब उन्होंने तय किया था कि दुबले-पतले वेंकटेश मुश्ताक अली टी20 टूर्नामेंट में मध्य प्रदेश के लिए पारी की शुरुआत करेंगे. यह पिछले सीजन की बात है. उससे पहले, अय्यर नंबर-6 पर बल्लेबाजी करते थे. कोच के इस फैसले से अय्यर भी डरे हुए थे. क्योंकि उन्होंने कभी नई गेंद का सामना नहीं किया था. लेकिन पंडित को उनकी काबिलियत पर पूरा भरोसा था.