प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच मुलाकात के बाद भारत और अमेरिका ने संयुक्त रूप से कहा कि वे संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंध समिति द्वारा प्रतिबंधित समूहों समेत सभी आतंकवादी समूहों के खिलाफ समन्वित कार्रवाई करेंगे। भारत और अमेरिका ने अफगानिस्तान के नए शासक तालिबान से यह सुनिश्चित करने को कहा कि अफगान सरजमीं का इस्तेमाल फिर कभी किसी देश पर हमला करने या उसे डराने या आतंकवादियों को पनाह देने या प्रशिक्षण देने के लिए न किया जाए।
शुक्रवार को व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच पहली व्यक्तिगत द्विपक्षीय बैठक के बाद जारी यूएस-भारत संयुक्त के बयान में दोनों नेताओं ने अफगानिस्तान में आतंकवाद का मुकाबला करने के महत्व को रेखांकित किया। भारत और अमेरिका ने तालिबान से अपनी प्रतिबद्धताओं का पालन करने और महिलाओं, बच्चों और अल्पसंख्यक समूहों सहित सभी अफगानों के मानवाधिकारों का सम्मान करने का आह्वान किया है। इतना ही नहीं, तालिबान से अफगानिस्तान से अफगान नागरिकों तथा सभी विदेशियों को सुरक्षित और व्यवस्थित ढंग से निकाले जाने समेत सभी प्रतिबद्धताओं का पालन करने को कहा।
भारत, अमेरिका ने तालिबान से राहत गतिविधि में लगे संयुक्त राष्ट्र, उसकी विशेष एजेंसियों को पूरी तरह, सुरक्षित, प्रत्यक्ष और अबाधित पहुंच बनाने देने का आह्वान किया। दोनों देशों कहा कि वे संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंध समिति द्वारा प्रतिबंधित समूहों समेत सभी आतंकवादी समूहों के खिलाफ समन्वित कार्रवाई करेंगे। दोनों देशों ने सीमा पार आतंकवाद की निंदा की और 26/11 मुंबई हमलों के दोषियों को सजा देने का आह्वान किया।