दिलचस्प कहानी: राहुल बजाज के नाम से नाराज थीं इंदिरा गांधी, नेहरू ने रखा था नाम

IndiraGandhi

भारतीय कारोबार जगत का एक जगमगाता नाम है बजाज (Bajaj). 70 से 90 के दशक तक बजाज स्कूटर (Bajaj Scooter) की तूती बोलती थी. बुकिंग के बाद कई-कई वर्षों तक डिलीवरी पाने का इंतजार रहता था. जिस घर में बजाज स्कूटर होता था, पूरे शहर में उसके चर्चे होते थे. विज्ञापन सीरीज ‘हमारा बजाज’ काफी प्रसिद्ध हुई थी. आप इसे आज भी यूट्यूब (YouTube) पर देख सकते हैं. वहीं अगर बात करें वर्तमान की तो आज भी मोटरसाइकिल बाजार का एक बड़ा शेयर बजाज के पास है. तो आप समझ सकते हैं भारतीय ऑटो सेक्टर (Auto Sector) में बजाज की हैसियत कितनी ऊंची है. इस बड़े बिजनेस घराने को सफलता के इस मुकाम तक लाने का श्रेय जाता है राहलु बजाज (Rahul Bajaj) को.

Rahul Bajaj Reuters

 

राहुल बजाज इस समय तीन कंपनियों के चेयरमैन हैं. बजाज ऑटो, बजाज होल्डिंग्स एंड इन्वेस्टमेंट और बजाज फिनसर्व. बजाज ऑटो दोपहिया और तीन-पहिया वाहन बनाती है, बजाज होल्डिंग एंड इन्वेस्टमेंट एक इन्वेस्टमेंट कंपनी है और बजाज फिनसर्व का काम फाइनेंस सर्विस से जुड़ा हुआ है. आज हम आपको राहुल बजाज (Rahul Bajaj) से जुड़ा एक ऐसा किस्सा बताने जा रहे हैं, जो बड़ा दिलचस्प है. परंतु उस किस्से को जानने से पहले बजाज परिवार के बारे में थोड़ा जान लेना जरूरी है.

राहुल बजाज का जन्म 10 जून 1938 को कलकत्ता (अब कोलकाता) में हुआ था. उनके पिता का नाम था कमलनयन बजाज (Kamalnayan Bajaj) और माता का नाम था सावित्री बजाज (Savitri Bajaj). कमलनयन के पिता मतलब राहुल बजाज के दादा का नाम था जमनालाल बजाज (Jamnalal Bajaj). राहुल के दादा जमनालाल बजाज (1889-1942) को महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) अपना पांचवां बेटा मानते थे. जमनालाज जी भारत के पहले प्रधानमंत्री बने जवाहरलाल नेहरू (Jawaharlal Nehru) के भी अच्छे दोस्त थे.

राहुल बजाज के नाम पर क्यों नाराज थीं इंदिरा गांधी

कमलनयन बजाज (राहुल बजाज के पिता) और भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) एक ही स्कूल में पढ़ते थे. कमलनयन की शादी हो गई. उनके घर में बच्चे का जन्म हुआ. चूंकि कमलनयन बजाज और जवाहरलाल नेहरु पक्के दोस्त थे तो उनके बच्चे के नामकरण खुद जवाहरलाल नेहरू ने किया, जो था राहुल (Rahul). नाम रख दिया गया. फिर पता चला इंदिरा गांधी को, कि कमलनयन ने अपने बच्चे का नाम राहुल रखा है तो वे नाराज हो गईं. इंदिरा गांधी की नाराजगी इसलिए थी कि वे खुद अपने बच्चे का नाम राहुल रखना चाहती थीं.

Khursheed Khan Raju

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