मेरठ के प्यारेलाल जिला अस्पताल में देर रात्रि डॉक्टर और कंपाउंडर की गुंडागर्दी का मामला सामने आया है। जहाँ डॉक्टरों ने इमरजेंसी में मरीज़ को लेकर आए तीमारदारों को पुलिस की मौजूदगी में बंधक बनाकर की मारपीट।
आपको बता दें देर रात्रि कचहरी रोड स्थित सुनील कॉन्प्लेक्स के पास एक युवक का एक्सीडेंट हो गया जिस पर वहां पर मौजूद कोचिंग सेंटर में पढ़ने वाले छात्र कई विद्वान ने अपने साथियों के साथ मिलकर घायल युवक को आनन-फानन में जिला अस्पताल लाया गया जैसे ही छात्र गाय को जिला अस्पताल की इमरजेंसी लेकर पहुंचे तो वहां इमरजेंसी में मौजूद डॉक्टर ने घायल का काफी देर तक कोई ट्रीटमेंट नहीं किया
जिस पर घायल युवक स्ट्रेचर पर ही तड़पता रहा जब घायल युवक को इमरजेंसी के डॉक्टरों ने ट्रीटमेंट नहीं दिया तो छात्रों ने डॉक्टरों का विरोध किया जहां इतना विरोध करने पर इमरजेंसी के डॉक्टर ने छात्रों के साथ गाली गलौज शुरू कर दी और उनसे हाथापाई पर उतारू हो गए इतना ही नहीं बल्कि यह सब प्रकरण वहां पर मौजूद पुलिस कर्मियों की निगरानी में हुआ जहां घायल को ट्रीटमेंट डॉक्टर क्या देते बल्कि घायल युवक को लेकर आए तीमारदारों को बंधक बनाकर डॉक्टर समेत कंपाउंडर के स्टाफ ने तीमारदारों को लाठी डंडे निकालकर पीटने की तैयारी शुरू कर दी जहां घायलों को इंसानियत के नाते ट्रीटमेंट को लेकर आए छात्र पुलिस प्रशासन और डॉक्टरों से अपील करते रहे लेकिन डॉक्टर कहां यह सब सुनने वाले से यह पहला मामला नहीं है इससे पहले भी डॉक्टर और कंपाउंडर की गुंडागर्दी यह तस्वीरें पहले भी कई बार चर्चा का विषय बन चुकी है और पुलिस प्रशासन खड़ा रहकर मूकदर्शक बना रहता है इस पूरे मामले को लेकर क्या कहना है पीड़ित छात्र कवि वैद्वान का जरा सुने