अंटार्कटिका (Antarctica) के बारे में कई लोगों का यह मानना है कि यहां बर्फ ही रही होगी. लेकिन आज से 6 से 8 करोड़ साल पहले जब पृथ्वी पर एक गर्म जलवायु का दौर था, यहां भी जंगल हुआ करते थे और डायनासोर विचरण करते थे. इस बात की पुष्टि अंटार्कटिका में ही मिले जीवाश्मों (Fossils) के अध्ययन से हुई है जिसमें पता चला है कि यहां के जंगलों में आग (Wildfire) लगा करती थी. वैज्ञानिकों ने मिले जीवाश्मों की पड़ताल में शोधकर्ताओं को राख के अवशेष मिले हैं.
आज के समय में पृथ्वी (Earth) का जो भूगोल है वह हमेशा ऐसा ही नहीं था. पृथ्वी के उत्तर और दक्षिणी दोनों ही ध्रुव इस समय बर्फ से ढके हैं. लेकिन ऐसा हमेशा नहीं था. करोड़ों साल पहले डायनासोर के युग में दक्षिणी ध्रुव के अंटार्कटिका (Antarctica) में ऐसा नहीं था. कई ऐसा प्रमाण मिले हैं कि एक समय अंटार्कटिका में गर्म जलवायु हुआ करती थी. एक अध्ययन में वैज्ञानिकों को राख के अवशेष मिले हैं जिनसे पता चलता है कि क्रिकेटेशियस काल में यानि डायनासोर के युग में यहां के जंगलों में आग (Wildfire) लगी थी. इतना ही नहीं जब वैज्ञानिकों ने इस आग की वजह जानने का प्रयास किया तो उन्हें और हैरानी हुई.
करोड़ों साल पहले जंगल
अंटार्कटिका के बारे में कई लोगों को लगता है कि वहां विशाल बर्फ की चादरें पृथ्वी पर शुरू से ही मौजद थीं. आज यह इलाका भले ही बर्फीला रेगिस्तान हो और जीवन कम मात्रा में उपस्थित है. लेकिन एक समय यह जैविक और भूगर्भीय गतिविधियों के लिहाज से बहुत सक्रिय था. आज से 7.5 करोड़ साल पहले क्रिटेशियस काल में, जब पृथ्वी अपने सबसे गर्म दौर में थी, यहां जंगल भी हुआ करते थे.
जीवाश्म में राख
ब्राजील की फेडरल यूनिवर्सिटी ऑफ पेर्नामबूको के शोधकर्ताओं की अगुआई में अंतराष्ट्रीय वैज्ञानिकों की एक टीम ने अंटार्कटिका के जेम्स रॉस द्वीप का दौरा किया है. साल 2015-16 के समय किए गए इस दौरे में शोधकर्ताओं को ऐसे जीवाश्म मिले जिनमें कोयले के अवशेष भी थे जिससे पता चला है कि इस इलाके में कभी जंगल की आग लगी थी.