यूपी में चुनाव के ऐलान से पहले एक दूसरे दल के नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल करने का सिलसिला तेज हो गया है। रविवार को जहां समाजवादी पार्टी ने सीतापुर से भाजपा के ओबीसी विधायक राकेश राठौर को अपनी पार्टी में शामिल कराया था तो आज भाजपा ने सपा के सैदपुर विधानसभा सीट से दलित विधायक सुभाष पासी को भारतीय जनता पार्टी में शामिल कर अपना बदला ले लिया।
भाजपा के प्रदेश महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ल ने बताया कि सपा विधायक सुभाष पासी और उनकी पत्नी रीना ने प्रदेश मुख्यालय में पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली। शुक्ल ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने विधायक और उनकी पत्नी को सदस्यता दिलाई और पार्टी में आने पर स्वागत किया। इससे पहले सपा ने विधायक पासी को पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त होने के आरोप में पार्टी से निष्कासित कर दिया। दो बार विधायक बने पासी पिछले कुछ समय से भाजपा नेताओं के संपर्क में थे और उनके किसी भी समय भाजपा में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थीं।
शुरू से ही बागी रहे राकेश राठौर:
उत्तर प्रदेश के सीतापुर से बीजेपी के बागी विधायक राकेश राठौर रविवार को एसपी में शामिल हुए थे। विधायक राकेश राठौर ने भाजपा सरकार को लेकर कई बयान दिए थे जिससे उनके बीजेपी छोड़ने की अटकले बहुत पहले से लग रही थीं। पेशे से व्यापारी राकेश राठौर ने अपना पहला चुनाव साल 2007 में बीएसपी के टिकट पर लड़ा था लेकिन चुनाव हार गए थे। पिछला विधानसभा चुनाव में वह बीजेपी के टिकट पर सदर सीट से चुनाव लड़े। विधायक बनने के बाद राकेश राठौर का सरकार से शुरुआत में ही मतभेद दिखने लगा और वह बगावती सुर दिखाने लगे। बीजेपी विधायक राकेश राठौर ने कोरोना काल के दौरान पीएम मोदी के ताली थाली और बयान पर तंज कसा था और मीडिया के जरिये सुर्खियों में आ गए थे। कुछ माह पहले राकेश राठौर सपा प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात कर पार्टी में जाने की जुगत में लगे थे और इस दौरान उनकी एक फोटो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी।