सर्दियों का मौसम आते ही धुंध (fog) छा गई है जिससे सुबह और शाम विजिबिलिटी (visibility) कम हो गई है. जिससे सड़क हादसे भी शुरू हो गए हैं. शुक्रवार सुबह ईस्टर्न पेरीफेरल पर करीब एक दर्जन वाहन आपस में टकरा गए. यह हादसा धुंध (fog) की वजह से हुआ है. धुंध की वजह से देशभर में हर वर्ष करीब 33000 सड़क हादसे होते हैं, जिसमें करीब 13000 लोगों की जानें जाती हैं.
देश में प्रत्येक वर्ष करीब 4.5 लाख सड़क हादसे होते हैं. इनमें 1.5 लाख लोगों की मौत होती हैं. इन मौतों में करीब 9 फीसदी मौतें धुंध की वजह से होने वाले सड़क हादसों में जाती हैं. ईस्टर्न पेरीफेरल में धुंध की वजह से शुक्रवार को करीब एक दर्जन वाहन आपस में टकरा गए हैं. वहीं, प्रत्येक वर्ष एक्सप्रेस वे और हाईवे पर होने वाले हादसों में तमाम लोग जान गंवाते हैं. सड़क परिवहन मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार धुंध में विजिबिलिटी कम होने से हर साल सड़क हादसे होते हैं. इनमें मौत की तुलना में घायल होने वालों की संख्या भी दोगुनी होती है.
सड़क परिवहन मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार कुल होने वाले सड़क हादसों में करीब 9 फीसदी सड़क हादसे धुंध की वजह से होते हैं. करीब इतना ही आंकड़ा बारिश की वजह से होने वाले सड़क हादसों का है. धुंध की वजह से होने वाले सड़क हादसों में मौतों से दोगुनी संख्या घायलों की होती है. रिपोर्ट के अनुसार करीब 25000 लोग घायल हो जाते हैं.