करतापुर कॉरिडोर खुलने (Kartarpur Corridor reopen) के बाद बुधवार को निकला सिख श्रद्धालुओं (Sikh Pilgrims) का पहला जत्था दरबार साहिब (Darbar Sahib) गुरुद्वारे पहुंच गया है. ये गुरुद्वारा पाकिस्तान के नारोवाल जिले में स्थित है. भारत में पाकिस्तानी उच्चायोग ने ट्वीट कर कहा है, ‘भारतीय सिख श्रद्धालुओं का पाकिस्तान गर्मजोशी से स्वागत करता है.’ पहले जत्थे में 50 सदस्य हैं जिनमें पंज प्यारे भी शामिल हैं. जत्था सुबह 11 बजे पाकिस्तान की सीमा में एंट्री कर गया था. बीएसएफ और लैंड पोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारियों ने जत्थे के सदस्यों को सिरोपा भेंट किया.
सिख श्रद्धालुओं का एक अन्य जत्था गुरुवार को पंजाब के मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी की अगुआई में कॉरिडोर के जरिए दरबार साहिब जाएगा. इसकी जानकारी सीनियर कस्टम अधिकारी ने दी है. दरअसल केंद्र सरकार ने सिख श्रद्धालुओं के लिए मंगलवार को करतारपुर कॉरिडोर खोलने का फैसला किया था. केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने इसकी घोषणा करते हुए ट्वीट किया था, ‘एक बड़ा फैसला जो लाखों सिख श्रद्धालुओं को लाभ पहुंचाएगा, नरेंद्र मोदी सरकार ने 17 नवंबर से करतारपुर साहिब गलियारे को फिर से खोलने का निर्णय किया है.’ गृह मंत्री ने कहा कि यह फैसला गुरु नानक देव जी और सिख समुदाय के प्रति मोदी सरकार की अपार श्रद्धा को दर्शाता है.
गृह मंत्री ने कहा कि राष्ट्र 19 नवंबर को श्री गुरु नानक देव जी का प्रकाश उत्सव मनाने की तैयारी कर रहा है और उन्हें विश्वास है कि यह कदम ‘देश भर में खुशी और उत्साह को और बढ़ाएगा.’
क्या बोले श्रद्धालु
इससे पहले बुधवार को करतारपुर कॉरिडोर के जरिए दरबार साहिब की यात्रा पर निकले एक श्रद्धालु ने कहा, ‘हम 9 दिनों की यात्रा पर जा रहे हैं. हम करतारपुर साहिब, ननकाना साहिब, डेरा सच्चा सौदा, डेरा साहिब के दर्शन करेंगे. हम बेहद खुश हैं. हम करतारपुर कॉरिडोर खोलने के लिए सरकार का बहुत शुक्रिया अदा करते हैं.’
कोविड-19 महामारी के मद्देनजर श्रद्धालुओं को कुछ नियमों का विशेष खयाल रखना होगा. यात्रा करने वाले सभी यात्रियों को 72 घंटों में कराए गए RT-PCR टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट और वैक्सीन सर्टिफिकेट साथ ले जाना अनिवार्य होगा. करतारपुर गुरुद्वारे में भी पाकिस्तान के अन्य इलाकों की तरह वहां के कोविड-19 गाइडलाइंस का पालन करना जरूरी होगा.