राजस्थान पुष्कर में लगे पशुओं के मेले में एक से बढ़कर एक बेशकीमती व आकर्षक ऊंट और घोड़े-घोड़ी आए हैं. लेकिन इस मेले में एक भैंसा सभी के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है. भैंसा तो विशालकाय है ही, उसकी कीमत भी काभी विशाल है. जी हां, भीम नाम के इस भैंसे की कीमत है 24 करोड़ रुपये. भीम इस मेले में तीसरी बार आया है. उसकी 24 करोड़ रुपये की बोली लग चुकी है, लेकिन उसके मालिक का कहना है कि वो उनके लिए अनमोल है और वे इसे मेले में बेचने नहीं बल्कि सिर्फ प्रदर्शन के लिए लेकर आए हैं.
भीम भैंसे के मालिक जोधपुर निवासी जवाहर लाल जांगिड़ के अनुसार, अफगानिस्तान के एक परिवार ने इस भैंसे की कीमत 24 करोड़ लगाई लेकिन उन्होंने भीम को बेचने से इंकार कर दिया. उन्होंने कहा कि मुर्रा नस्ल के संरक्षण और संवर्धन के उद्देश्य से भीम को केवल दर्शनार्थ रखा गया है. साथ ही वो पशुपालकों को भीम का सीमन उपलब्ध करवाकर इसकी नस्ल को विस्तार देना चाहते हैं.
कई प्रतियोगिताओं में भाग ले चुका है भीम
जांगिड़ ने बताया कि वो भीम को लेकर 2018 और 2019 में पुष्कर मेले में आए थे. इसके अलावा वो इसे लेकर नागौर, बालोतरा, देहरादून समेत कई अन्य जगह पशु प्रतियोगिताओं में भाग ले चुके हैं. भीम की लंबाई 14 फिट और चौड़ाई 6 फीट है. इसके रख-रखाव में प्रतिमाह डेढ़ से दो लाख रुपये खर्च होते हैं.
क्या-क्या खाता है भैंसा भीम
भीम की खुराक भी हैरत में डालने वाली है क्योंकि यह आम भैंसों की तरह बाजरा या कुट्टी नहीं खाता बल्कि इसे प्रतिदिन 1 किलो घी, आधा किलो मक्खन, 200 ग्राम शहद, 25 लीटर दूध, 1 किलो काजू-बदाम, खिलाकर तंदुरुस्त रखा जाता है. बता दें कि 2 साल पहले भीम का वजन 13 सो किलो हुआ करता था, जो अब बढ़कर 1500 किलो हो गया है. 2018 के दौरान मुर्रा नस्ल के इस भीम भैंसे की कीमत 21 करोड़ लगाई गई थी, जो अब बढ़कर 24 करोड़ हो गई है.
मुर्रा नस्ल के भैंसे की दुनियाभर में काफी डिमांड रहती है. इसके सीमन से होने होने वाली भैंस का पैदा होते ही 40 से 50 किलो वजन रहता है. जो वयस्क होने के साथ ही एक बार में 20 से 30 लीटर तक दूध देती है. इसके 0.25 ml सीमन की कीमत करीब 500 रुपये है. 0.25 ml सीमन एक पेन की रीफिल जैसी स्ट्रॉ में भरा जाता है. भीम के मालिक का कहना है कि वो सालभर में 10 हजार स्ट्रॉ बेच देते हैं.