कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी की तरफ से तीनों कृषि कानूनों की वापसी की घोषणा पर कहा कि सरकार को समझ आ गया है कि देश में किसानों से बड़ा कोई नहीं है. माफी मांगने से क्या होगा? पहले वो अपने मंत्री को बर्खास्त करें, जिनके बेटे ने किसानों को कुचला.
प्रियंका गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री के साथ आज भी मंच पर वो मंत्री खड़े हैं जिनके बेटे ने किसानों की हत्या की. पीएम मोदी लखनऊ आए लेकिन मृतक किसानों के परिजनों से मिलने नहीं गए और अब माफी मांग रहे हैं. जब 600-700 किसान शहीद हो चुके हैं. वो माफी क्यों मांग रहे हैं? क्या ये देश समझ नहीं रहा है कि चुनाव आ रहा है. उनको लग रहा होगा कि परिस्थितियां ठीक नहीं हैं. विधान सभा का सर्वे आया है, उसमें उनको चीजें दिख रही हैं. अब चुनाव से पहले वो माफी मांगने आ गए हैं.
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने कि हमें समझना पड़ेगा कि जो सरकार है उसी के नेताओं ने किसानों को क्या-क्या नहीं बोला? आंदोलनजीवी, गुंडे, आतंकवादी और देशद्रोही ये सब किसने कहा? जब ये सब कहा जा रहा था तो प्रधानमंत्री चुप क्यों थे? बल्कि उन्होंने खुद आंदोलनजीवी शब्द बोला. जब किसानों की हत्या हो रही थी, किसानों को मारा जा रहा था, किसानों पर लाठियां बरसाई जा रही थीं और जब उनको गिरफ्तार किया जा रहा था, तब ये कौन कर रहा था? आपकी ही सरकार तो कर रही थी.