उत्तर प्रदेश में रद्द हुई शिक्षक पात्रता परीक्षा (UPTET Exam New Date) अब 26 दिसबंर को आयोजित कराई जा सकती है. हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि होनी बाकी है. अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही इस बारे में घोषणा की जाएगी. बता दें कि कोरोना के चलते दो साल के बाद रविवार 28 नवंबर को आयोजित की गई यूपी-टीईटी परीक्षा 2021 (UPTET- 2021) पेपर लीक होने के कारण रद्द करनी पड़ी थी.
पेपर लीक होने का पता चलने के बाद यूपी पुलिस और एसटीएफ ने लखनऊ, मेरठ और प्रयागराज समेत विभिन्न शहरों से 29 लोगों की गिरफ्तारी की है. एसटीएफ ने प्रयागराज से ही साल्वर गैंग के 18 लोगों को पकड़ा है.
वॉट्सऐप पर लीक हो गया था प्रश्नपत्र
यूपी-टीईटी परीक्षा में करीब 19 लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था, लेकिन परीक्षा शुरू होने के पहले ही वॉट्सऐप पर पेपर लीक हो गया, जिसके बाद परीक्षा को रद्द करना पड़ा. टीईटी की परीक्षा रद्द होने से अभ्यर्थियों को काफी परेशानी उठानी पड़ी है.
सीबीआई जांच कराने की उठी मांग
इस बीच यूपीटीईटी 2021 का पेपर लीक होने की जांच सीबीआई से कराने की मांग भी उठने लगी है. पेपर लीक कांड की सीबीआई जांच के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट के अधिवक्ता गौरव द्विवेदी ने चीफ जस्टिस को एक पत्र याचिका भेजी है. इस याचिका में पेपर लीक कराने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को सस्पेंड करने और पूरे मामले की जांच सीबीआई या स्वतंत्र न्यायिक जांच या स्पेशल इनवेस्टिगेटिव एजेंसी से कराए जाने की मांग की गई है.
याचिका में यह भी मांग की गई है कि पेपर रद्द होने से अभ्यर्थियों को जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई की जाए. अधिवक्ता गौरव द्विवेदी ने यह याचिका स्वदेश एंड प्रयाग लीगल एड क्लीनिक की ओर से दायर की है. याचिकाकर्ता ने मांग की है कि एक माह के बाद जब दोबारा परीक्षा होगी तो अभ्यर्थियों के आने-जाने, रहने और खाने का खर्च भी राज्य सरकार ही वहन करें.