देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत नहीं रहे। तमिलनाडु के कुन्नूर में आज हुए हेलिकॉप्टर हादसे में उनकी, पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य अफसरों और सहयोगियों के साथ मौत हो गई। भारतीय वायुसेना ने सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य लोगों की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत की पुष्टि की है। हादसे में वायुसेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की ही जान बची है। उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है।
वायुसेना ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कहा, ”बहुत ही अफोसस के साथ अब इसकी पुष्टि हुई है कि दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में जनरल बिपिन रावत, श्रीमती मधुलिका रावत और 11 अन्य की मृत्यु हो गई है।”
रावत के निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पीएम नरेंद्र मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शोक जाहिर किया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने रावत के साथ अपनी तस्वीर पोस्ट करते हुए उनके कामकाज की तारीफ की है और उन्हें बहादुर सैनिक और सच्चा देशभक्त बताया।
उत्तराखंड के पौड़ी में 16 मार्च 1958 को पैदा हुए रावत 1978 में सेना में शामिल हुए थे। जनरल बिपिन रावत ने 17 दिसंबर 2016 को जनरल दलबीर सिंह सुहाग के बाद 27वें सेनाध्यक्ष के रूप में भारतीय सेना की कमान संभाली थी। 1 जनवरी 2020 को देश में पहली बार CDS सीडीएस की नियुक्ति हुई थी और जनरल बिपिन रावत को सबसे पहले इस अहम पद की जिम्मेदारी दी गई।
जनरल बिपिन रावत को ले जा रहा भारतीय वायुसेना का एक हेलिकॉप्टर बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर के निकट दुर्घटनाग्रस्त हो गया। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि यह हादसा कोहरे और खराब मौसम की वजह से वायुसेना का एमआई-17वीएच हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ। हादसे के कारण का पता लगाने के लिए ‘कोर्ट ऑफ इंक्वायरी’ के आदेश दिए गए हैं। हेलीकॉप्टर ने कोयंबटूर के पास सुलुर वायुसेना अड्डे से उड़ान भरी थी।