यूपी विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) के इस माहौल में पार्टियां दूसरों के कार्यों का श्रेय लेने की दौड़ में पीछे नहीं रहना चाहती हैं. अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) इस कार्य में शिद्दत से जुटी हुई है. योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की सरकार के जिन कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण हो रहा है, अखिलेश यादव (Yadav Akhilesh) उन सभी को अपनी उपलब्धियां बता रहे हैं. पहले पूर्वांचल एक्सप्रेस (Purvanchal Express) का क्रेडिट लेने पर जमकर खींचातानी हुई और अब ऐसा ही कुछ अखिलेश यादव आज लोकार्पित हुई ‘सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना’ (Saryu Canal Project) को लेकर कर रहे हैं. पर इस बार लगता है कि अखिलेश यादव का यह दांव उन पर ही उल्टा पड़ गया है.
पूरा मामला यह है कि आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi) ने बलरामपुर (Balrampur) में सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का लोकार्पण किया. उससे पहले कुछ घंटे ही पहले समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस परियोजना पर अपना दावा ठोक दिया. उन्होंंने ट्वीट करते हुए कहा कि यह योजना सपा सरकार के समय में ही तीन चौथाई बन चुकी थी और उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार ने इसके बाकी बचे काम को पूरा करने में पांच साल लगा दिए. अब अखिलेश यादव तो इस ट्वीट को करने के बाद सोच रहे होंगे कि उन्होंने ट्विटर पर इस परियोजना को अपना बता दिया और जनता उस पर सहज ही विश्वास करके शांत बैठ जाएगी, पर ऐसा हुआ नहीं. बीजेपी नेता अमित मालवीय ने इस पर पलटवार किया. उन्हाेंने अखिलेश यादव के ट्वीट का रिप्लाई करते हुए सारे आंकड़े खोलकर सच्चाई सामने रख दी.
अमित मालवीय ने कैसे खोली पोल
बीजेपी नेता अमित मालवीय ने अखिलेश यादव के ट्वीट का रिप्लाई करते हुए कहा कि अखिलेश आप झूठ बोल रहे हैं. 1978 में शुरू हुई इस परियोजना पर 2017 तक मात्र 35.03 प्रतिशत वित्तीय काम हुआ था. यानि कि 39 साल में केवल एक तिहाई काम. इस दौरान सपा की सरकारें आईं और गईं, पर सरयू नहर परियोजना पर कुछ काम नहीं किया गया. लेकिन आप तो आप ठहरे, लगे हाथ ताज महल बनाने का भी श्रेय ले लीजिए.
पहले भी किया था ड्रामा
अमित मालवीय के इस ट्वीट ने कार्यों का श्रेय लेने की होड़ में जुटी सपा को कुछ क्षण के लिए तो स्तब्ध कर दिया होगा. इससे पहले भी सपा 16 नवंबर को यही ड्रामा कर चुकी है. जब सुल्तानपुर जिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण किया जाना था, तब मोदी से पहले ही पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का समाजवादी पार्टी (सपा) के कार्यकर्ताओं ने लोकार्पण कर दिया. सपाइयों ने पुलिस को चकमा देकर एक्सप्रेस-वे पर साइकिल यात्रा निकाली. इसे लेकर प्रशासनिक महकमा सकते में आ गया है.