भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ नेता एवं मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) वर्ग के आरक्षण मुद्दे पर टिप्पणी की है। उमा भारती ने आज कहा कि वे पिछड़े वर्गों की बात बोलना अपना राष्ट्रीय कर्तव्य मानती हैं। उमा भारती ने इस मुद्दे पर एक के बाद एक कई ट्वीट किए।
पिछड़े वर्गों के हितों पर हमेशा बोलेंगी
उमा भारती ने सिलसिलेवार ट्वीट के जरिए कहाकि हिंदुत्व, हिंदुस्तान को तथा भाजपा को शक्तिशाली बनाए रखने के लिए इन वर्गों के हितों की बात खुलेआम बोलनी पड़ेगी। इसलिए वे पिछड़े वर्गों की बात बोलना अपना राष्ट्रीय कर्तव्य मानती हैं। उनका मानना है कि यदि उन्होंने पिछड़ों के हितों में बोलना छोड़ दिया तो इस देश, भाजपा तथा हिंदुत्व को भारी नुकसान होगा। इसलिए वे पिछड़े वर्गों के हितों पर हमेशा बोलेंगी, ताकि हिंदुत्व, हिंदुस्तान और भाजपा मजबूत रहे।
उमा भारती ने सिलसिलेवार ट्वीट के जरिए कहाकि हिंदुत्व, हिंदुस्तान को तथा भाजपा को शक्तिशाली बनाए रखने के लिए इन वर्गों के हितों की बात खुलेआम बोलनी पड़ेगी। इसलिए वे पिछड़े वर्गों की बात बोलना अपना राष्ट्रीय कर्तव्य मानती हैं। उनका मानना है कि यदि उन्होंने पिछड़ों के हितों में बोलना छोड़ दिया तो इस देश, भाजपा तथा हिंदुत्व को भारी नुकसान होगा। इसलिए वे पिछड़े वर्गों के हितों पर हमेशा बोलेंगी, ताकि हिंदुत्व, हिंदुस्तान और भाजपा मजबूत रहे।
मुख्यमंत्री और सरकार का अभिनंदन
मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहाकि राज्य के पंचायत चुनावों में पिछड़े वर्गों के आरक्षण की दुविधा को देखकर कुछ समय के लिए राज्य सरकार ने यह पंचायत चुनाव निरस्त किए हैं। इसके लिए वे मुख्यमंत्री और सरकार का अभिनंदन करती हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि पिछड़े वर्ग एवं दलित वर्ग पुरातन काल से निष्ठावान राम भक्त हिंदू रहे हैं। लेकिन उनके भाजपा से आत्मीय संबंध नहीं थे, जो हमसे शुरू हुए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जाकर इसकी पूर्णाहुति हुई है।
मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहाकि राज्य के पंचायत चुनावों में पिछड़े वर्गों के आरक्षण की दुविधा को देखकर कुछ समय के लिए राज्य सरकार ने यह पंचायत चुनाव निरस्त किए हैं। इसके लिए वे मुख्यमंत्री और सरकार का अभिनंदन करती हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि पिछड़े वर्ग एवं दलित वर्ग पुरातन काल से निष्ठावान राम भक्त हिंदू रहे हैं। लेकिन उनके भाजपा से आत्मीय संबंध नहीं थे, जो हमसे शुरू हुए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जाकर इसकी पूर्णाहुति हुई है।