छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी पर चुनाव टालने की साजिश करने का आरोप लगाया। यही नहीं उन्होंने चुनाव आयोग की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े किए।
उन्होंने कहा कि आयोग आजकल प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा बुलाई जा रही बैठकों में जाता है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, छत्तीसगढ़ के सीएम ने कहा, “आज ओमिक्रॉन के कुछ ही मामले हैं। क्या चुनाव टालने की साजिश कर रही है बीजेपी? कई अटकलें हैं। एक स्वतंत्र संस्था के रूप में चुनाव आयोग की विश्वसनीयता आजकल संदिग्ध है क्योंकि वे पीएमओ द्वारा बुलाई गई बैठक में शामिल होते रहे हैं।”
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने क्यों उठाए सवाल?
छत्तीसगढ़ के सीएम ने ये सवाल ऐसे समय में खड़े किए हैं जब अगले साल की शुरुआत में होने वाले 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों को टालने की बात चल रही है। इसको लेकर भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) चुनाव वाले राज्य उत्तर प्रदेश के तीन दिवसीय दौरे पर है। चुनाव आयोग बहुप्रतीक्षित यूपी चुनाव 2022 से पहले की स्थिति का आकलन करने के लिए राजनीतिक दलों और अन्य हितधारकों के साथ बैठक करेगा।
बैठक के बाद लिया जाएगा फैसला
मुख्य चुनाव आयुक्त चुनाव आयोग के अधिकारियों की एक टीम के साथ सोमवार को लखनऊ पहुंचें जहां वे सभी जिलों के सभी एसपी और एसएसपी के साथ बैठक करेंगे। अपनी यात्रा के दौरान, ECI उत्तर प्रदेश के 75 जिलों के वरिष्ठ अधिकारियों और जिलाधिकारियों के साथ एक बैठक भी करेगा। इस बैठक के जरिए आयोग को चुनाव संबंधी फीडबैक मिलेगा। इस फीडबैक के आधार पर चुनाव के आयोजन के संबंध में आयोग कोई भी फैसला ले सकता है।