बांग्लादेश ने अपनी मौद्रिक नीति (Bangladesh Monetary Policy)में एक बड़े बदलाव का ऐलान किया है. देश के सेंट्रल बैंक- बांग्लादेश बैंक (Bangladesh Bank) ने सोमवार को ऐलान किया कि बांग्लादेश में जो विदेशी काम करते हैं, अब वे टैक्स देनदारियां पूरी करने के बाद अपनी सारी कमाई विदेश भेज सकेंगे.
ऐसा वे हर महीने कर सकेंगे. बैंक के एक सर्कुलर में कहा गया है कि बांग्लादेश में पैसा कमाने वाले विदेशी नागरिक अब हर महीने अपनी कमाई का 80 फीसदी तक हिस्सा विदेश भेज पाएंगे. बाकी 20 फीसदी हिस्सा उनकी आमदनी पर बना इनकम टैक्स है, जो वित्त वर्ष के अंत में उन्हें जमा कराना होगा.
सर्कुलर के मुताबिक अपनी रकम विदेश भेजने के पहले विदेशी नागरिकों को टैक्स अधिकारियों से जरूरी प्रमाणपत्र हासिल करना होगा. विश्लेषकों के मुताबिक बांग्लादेश बैंक ने हाल में अपनी नीति में दो महत्त्वपूर्ण बदलाव किए हैं. अब हर महीने बाहर भेजी सकने वाली रकम की सीमा बढ़ा दी गई है. इसके पहले यह अहम बदलाव किया गया था कि बांग्लादेश में रोजगार या कारोबार करने करने वाले लोग किसी भी देश में अपनी कमाई को भेज सकेंगे. उसके पहले तक नियम यह था कि बांग्लादेश में कमाई गई रकम सिर्फ उसी देश को भेजी जा सकती थी, संबंधित व्यक्ति जहां का मूल निवासी है.
बांग्लादेश में काम करते हैं ढाई लाख से ज्यादा विदेशी
अखबार बांग्लादेश टुडे के मुताबिक इस समय ढाई लाख से ज्यादा विदेशी बांग्लादेश में काम कर रहे हैं. उनमें कई ऐसे विदेशी भी हैं, जो गैर कानूनी ढंग से यहां आकर रोजगार कर रहे हैं. गैर-सरकारी संस्था ट्रांसपैरेंसी इंटरनेशनल ने फरवरी 2020 में जारी अपनी एक रिपोर्ट में बताया था कि गैर कानूनी ढंग से बांग्लादेश में रहने वाले विदेशी हर साल 26,400 टका की रकम विदेश भेज रहे हैं.
बांग्लादेश सरकार को हर साल 12 हजार करोड़ टका का नुकसान
इस रिपोर्ट में कहा गया था कि इस रूप में रकम विदेश जाने की वजह से बांग्लादेश सरकार को हर साल 12 हजार करोड़ टका की कर आय का नुकसान होता है. बांग्लादेश टुडे के मुताबिक फिलहाल बांग्लादेश में 44 देशों के नागरिक काम कर रहे हैं. ये 20 प्रकार के कारोबार में नियमित या अनियमित रूप से कमाई करते हैं.