AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने यूपी के कानपुर में एक व्यापारी के यहां से करीब 196 करोड़ रुपये कैश बरामद किए जाने को लेकर पीएम मोदी से सवाल पूछा है। ओवैसी ने कहा कि नोटबंदी के बावजूद 180 करोड़ रुपए कैश कैसे मिला? बता दें कि हाल ही में जीएसटी खुफिया महानिदेशालय (डीजीजीआई) की अहमदाबाद इकाई ने बिजनेसमैन पीयूष जैन के कानपुर आवास और अन्य परिसरों पर छापेमारी की थी, जिसमें कानपुर और कन्नौज में उससे जुड़ी फैक्ट्रियां भी शामिल थीं। इस दौरान जीएसटी टीम को बिजनेसमैन के यहां से 196 करोड़ रुपये की नकदी, सोना और अन्य कीमती सामान मिला।
ओवैसी ने पूछे सवाल
इस मामले पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, “पीएम बताएं कि नोटबंदी के बावजूद यूपी में एक बिजनेसमैन के घर पर 180 करोड़ रुपए कैश कैसे मिल सकता है? पीएम को स्वीकार करना चाहिए कि उनके दिमाग की उपज नोटबंदी पूरी तरह से विफल हो गई है और इसने छोटे उद्योगों और नौकरियों को नष्ट कर दिया है।”
क्या है कैश बरामदगी का मामला?
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के इत्र व्यवसायी पीयूष जैन को रविवार को कानपुर में उनके आवास और कारखाने से करोड़ों रुपये नकद जब्त किए जाने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। आयकर विभाग द्वारा पीले कागज में लिपटे नकदी के ढेर की तस्वीरें वायरल होने के बाद व्यापारी के परिसरों पर आयकर छापेमारी चर्चा का विषय बन गई। जीएसटी इंटेलिजेंस, अहमदाबाद के महानिदेशक के अनुसार, तलाशी के दौरान लगभग 187 करोड़ रुपये नकद बरामद किए थे, जबकि अन्य 10 करोड़ रुपये बाद में जब्त किए गए। इसमें कन्नौज में उसके कारखाने से ₹5 करोड़ और उसके आवास से ₹5 करोड़ की जब्ती शामिल है। जैन की फैक्ट्री से बेहिसाब चंदन का तेल, करोड़ों का इत्र जब्त किया गया। खबरों के मुताबिक तलाशी के पहले दिन जब डीजीजीआई और लोकल सेंट्रल जीएसटी की टीम जैन के परिसर में पहुंची, तो वह भाग गया और जांच अधिकारियों के कई कॉल पर दो घंटे बाद वापस आया।