उत्तर प्रदेश में ऐंटी-इनकमबेंसी से निपटने के लिए भाजपा की ओर से बड़ी संख्या में अपने मौजूदा विधायकों के टिकट बांटने की चर्चाएं थीं। लेकिन अब पार्टी अपनी रणनीति बदलती दिख रही है। सूत्रों के मुताबिक भाजपा बड़ी संख्या में अपने मौजूदा विधायकों को ही उतारने की तैयारी में है। शायद इसकी वजह यह डर है कि मौजूदा विधायकों के टिकट काटने से पार्टी में भीतरघात की स्थिति हो जाएगी। ऐसे में पार्टी ने उन्हीं सीटों पर टिकट बदलने का प्लान बनाया है, जहां विधायक के प्रति बहुत ज्यादा गुस्सा हो। इसके अलावा उन सीटों पर नया उम्मीदवार दिया जा सकता है, जहां 2017 में जीत नहीं मिल पाई थी।