कोरोना के चलते चुनाव आयोग द्वारा प्रचार को लेकर लगाई गयी पाबंदियों के बीच सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने अपनी रणनीति बदल दी है। उन्होंने ऐलान किया कि सपा की सरकार बनने पर प्रदेश की जनता को तीन सौ यूनिट फ्री बिजली देने के वादे को जनता तक पहुंचाने के लिए कल से घर-घर अभियान चलाएंगे। उन्होंने कहा कि सपा ने तीन सौ यूनिट बिजली फ्री देने का फैसला किया है। यूपी के लोगों को भाजपा सरकार में महंगी बिजली मिली। बिल को लेकर कई लोगों पर एफआईआर तक दर्ज की गयी। उन्होंने लोगों से अपील की कि जिनके नाम पर घरेलू बिजली के कनेक्शन हैं उसी नाम को दर्ज कराएं।
Akhilesh Yadav : सपा कल से रजिस्ट्रेशन अभियान चलाएगी। जो लोग तीन सौ यूनिट बिजली फ्री चाहते हैं
उनके लिए नाम और फार्म भरने का काम सपा कार्यकर्ता करेंगे। जिनके पास घरेलू कनेक्शन नहीं है और वे भविष्य में कनेक्शन लेने वाले हैं वे आधार कार्ड या राशन कार्ड में दर्ज नाम लिखवाएं। उन्होंने कहा कि पाबंदियों के कारण बड़ी रैलियां नहीं हो रही हैं। लिहाजा हम अपने वादों के साथ जनता के सामने जा रहे हैं। पाबंदियां हटने के बाद रैलियों की अनुमति मांगी जाएगी तब तक सपा घर-घर जाकर अपनी बात रखेगी। सपा कार्यकर्ता ऑनलाइन और घर-घर जाकर रजिस्टे्रशन करेंगे। सरकार ने पिछले कुछ महीनों से लोगों को बिजली का बिल नहीं भेजा है क्योंकि अगर बिल भेज दिया तो इनकी जमानत जब्त हो जाएगी। भाजपा ने कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों को आतंकवादी कहा और वोट पाने के लिए कृषि कानून वापस ले लिए। उन्होंने कहा कि विधान सभा में सबसे अधिक अपराधी भाजपा ने पहुंचाए हैं। सांसद और विधायक में मारपीट हुई। इसे सभी ने देखा।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा बताए कि उसने 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी करने का वादा किया था फिर किसानों की आय दोगुनी क्यों नहीं हुई? महंगाई के कारण किसानों की हालत खराब हो गयी है। ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान हुआ लेकिन किसानों को कोई मुआवजा नहीं दिया गया है। जनता भाजपा से नाराज है। बेरोजगारी और महंगाई बढ़ गयी है। भाजपा सरकार में सबकुछ बेचा जा रहा है। बैंकों में ब्याज कम हो गया है। नोटबंदी के बाद अर्थव्यवस्था के साथ कई बैंक भी डूब गए। निवेश के नाम पर यूपी में कुछ भी नहीं दिखा।