आजाद समाज पार्टी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। सीएम योगी को बीजेपी ने गोरखपुर सदर विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है। इससे पहले 18 जनवरी को नोएडा में हुई प्रेस वार्ता में आजाद ने कहा था कि यदि उनकी पार्टी कहेगी तो वे सीएम योगी के खिलाफ चुनाव लड़ सकते हैं।
इससे पहले मंगलवार को चंद्रशेखर आजाद ने कहा था कि हमारी पार्टी राज्य में अकेले ही चुनाव लड़ेगी। उन्होंने 33 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान किया था। आजाद ने जिन सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान किया था उनमें सिराथू, नोएडा, मेरठ कैंट, एत्मादपुर, गंगोह, हस्तिनापुर शामिल हैं।
अखिलेश संग नहीं बनी थी बात
चंद्रशेखर आजाद पहले समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ना चाहते थे। हालांकि अखिलेश के साथ सीटों को लेकर उनकी बात नहीं बनी जिसके बाद उन्होंने अकेले ही यूपी के रण में उतरने की घोषणा की। अखिलेश यादव की ओर से खुद को छोटा भाई कहे जाने पर चंद्रशेखर आजाद ने कहा था कि मैं वकील हूं और पढ़ा-लिखा हूं। हम सहयोग और तंज की भाषा को समझते हैं।
इनके खिलाफ उम्मीदवार नहीं उतारेंगे चंद्रशेखर
यूपी चुनाव में चंद्रशेखर आजाद कुछ कुछ लोगों के सामने अपने उम्मीदवार नहीं उतारेंगे। इनमें प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी प्रमुख ओम प्रकाश राजभर, राष्ट्रीय लोक दल के प्रमुख जयंत चौधरी और बीजेपी छोड़कर सपा में जाने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य के नाम शामिल हैं। इसके अलावा आजाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के खिलाफ भी प्रत्याशी नहीं उतारेंगे।
सीएम योगी गोरखपुर सदर से लड़ेंगे चुनाव
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पहले मथुरा और अयोध्या से चुनाव लड़ने की अटकलें थीं लेकिन पार्टी ने उन्हें गोरखपुर सदर से अपना उम्मीदवार बनाया है। इसके साथ ही योगी पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। इससे पहले वह गोरखपुर से पांच बार सांसद रह चुके हैं। वे पहली बार 1998 में चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे थे। 2017 में बीजेपी को जब यूपी विधानसभा चुनाव में जीत मिली तो पार्टी ने मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी यौगी आदित्यनाथ को सौंप दी। सीएम योगी की छवि एक हिंदूवादी नेता की है।