पहले चरण का मतदान हो चुका है, दूसरे चरण का प्रचार थम चुका है, सपा की चुनावी संभावनाओं को लेकर आपका आकलन?
पहले चरण से साफ हो चुका है कि भाजपा का सफाया तय है। पश्चिम के लोगों ने बता दिया कि अब भाईचारा चलेगा। बांटने वाली ताकतों को वोट नहीं मिलेगा। मुझे इस बात की खुशी है कि किसानों और नौजवानों ने बढ़-चढ़कर सपा-रालोद गठबंधन को समर्थन दिया।नए साल में हमने नया संकल्प लिया था कि लोगों को 300 यूनिट बिजली फ्री देंगे। युवाओं को रोजगार देंगे और किसानों को 14 दिन में गन्ना मूल्य का भुगतान कराएंगे। उन्हें पूरा सम्मान देंगे। पहले भी 20 लाख लैपटॉप देकर हम यह साबित कर चुके हैं कि जो वादे करते हैं, उसे निभाते हैं। भाजपा वालों से पूछो कि वे अपने घोषणापत्र के वादों को कैसे पूरा करेंगे। वे पिछले वादे भूल गए। न तो किसानों की आय दोगुनी हुई और न ही युवाओं को रोजगार मिला। भाजपा वाले इन सवालों का जवाब दें, तब आगे की बात करें। भाजपा नेता झूठे वादे कर रहे हैं। ऊपर से नीचे तक सारे नेता तालमेल बिठाकर झूठ बोल रहे हैं, ताकि पकड़ा न जाए, लेकिन जनता अब सब समझ चुकी है।
वर्ष 2014 और 2019 में गठबंधन के प्रयोग सफल नहीं रहे। इस बार कैसे सफल होगा ?
यह कहा जा रहा है कि जयंत गलत घर चले गए हैं, चुनाव बाद दूसरी ओर चले जाएंगे ? भाजपा के नेता हमें अपनी तरह समझ रहे हैं। भाजपा ने निषादों को आरक्षण देने का वादा किया, लेकिन लखनऊ की रैली में एलान न होने पर समाज के लोगों ने उनका विरोध कर दिया। अपने साथ के लोगों को सम्मान नहीं देना, यह भाजपा की नीति रही है। हम और मजबूती से आगे बढ़ेंगे।
आप अपनी पांच साल की सरकार को किन वजहों से भाजपा सरकार से बेहतर मानते हैं?
सपा की सरकार बनने पर प्राथमिकताएं क्या होंगी?
हमने इंफ्रास्ट्रक्चर ठीक किया। शानदार एक्सप्रेसवे और सड़कें बनवाईं। ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे से बेहतर उदाहरण क्या हो सकता है। एक्सप्रेसवे और इंफ्रास्टक्चर के हमारे विजन डॉक्यूमेंट के हिसाब से ही पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर प्रधानमंत्री हरक्यूलिस विमान उतरवा पाए। शाहजहांपुर की रोजा हो या अनपरा की बिजली परियोजना, समाजवादियों की सरकार में ही शुरू कराया गया। आजादी के बाद से बिजली उत्पादन को दोगुना करने का काम भी हमने ही किया है। बदायूं का मेडिकल कॉलेज और बरेली में 300 बेड का अस्पताल जैसी कई बड़ी स्वास्थ्य सुविधाओं को सपा सरकार ने ही शुरू कराया। जो वादे किए गए हैं, सपा की सरकार आने पर सब पूरे किए जाएंगे। हम बहुत दिनों से तैयारी कर रहे हैं। बरेली में ही तीन दिन का कैंप लगाकर इसकी शुरुआत की गई थी।
मुफ्त बिजली समेत तमाम वादों के लिए पैसा कहां से आएगा? 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने पर तीस हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। प्रदेश का छह लाख करोड़ का बजट है। यदि हम लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर 15 हजार करोड़ और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर 25 हजार करोड़ खर्च कर सकते हैं, तो प्रदेश की जनता के लिए तीस हजार करोड़ की व्यवस्था क्यों नहीं हो सकती। पुरानी पेंशन के लिए कॉरपस फंड बनाया जाएगा। इसी तरह गन्ना भुगतान के लिए भी 2000 हजार करोड़ का कॉरपस फंड बनाया जाएगा। जहां तक मुफ्त पेट्रोल की बात है, तो हमने गणना करा ली है, वाहन चालकों को राहत देने के लिए केवल पांच सौ करोड़ रुपये का अतिरिक्त खर्च होगा।
भाजपा आपको व जयंत को दंगाइयों की जोड़ी कह रही है। आपके आने पर कानून-व्यवस्था बिगड़ने का आरोप लगा रही है, आपका क्या कहना है?
भाजपा का झूठ का हवाई जहाज अब उत्तर प्रदेश में लैंड नहीं करेगा। भाजपा नेता झूठ बोलते हैं, जनता यह समझ चुकी है। यह चुनाव भाजपा बनाम भाईचारा का है। परिवार वालों बनाम भाजपा है। आप एनसीआरबी के आंकड़े जनता के सामने रखिये। देश में सर्वाधिक बेटियां यूपी में असुरक्षित हैं। हिरासत में मौत के मामले हों या मानवाधिकार आयोग और महिला आयोग के नोटिस का, यूपी सबसे ऊपर है। हाथरस की बेटी के साथ हुई घटना को कौन भूल सकता है, जिसमें लखनऊ से निर्देश दिया गया कि रात में ही अंतिम संस्कार करा दें। उन्नाव की बेटी से दुराचार के दोषी विधायक जेल जाने से पहले सीएम आवास पर मिलने आते थे। सबसे ज्यादा सांप्रदायिक दंगे भाजपा शासन में हुए हैं। जीप से रौंदकर किसानों की हत्या की मिसाल देखने को कहीं नहीं मिलती। भाजपा राज में अपराधियों के प्रति यही जीरो टॉलरेंस है, माफिया क्रिकेट खेल रहा है और गोरखपुर में पुलिस व्यापारी को पीट-पीटकर मार देती है। आईपीएस फरार है और पुलिस अधिकारी एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं। सपा सरकार में विश्वस्तरीय डायल 100 अब (112) सेवा प्रारंभ की गई। सपा सरकार में कानून-व्यवस्था को दुरुस्त किया जाएगा। पुलिस को गाड़ियां, बाइक उपलब्ध कराई जाएंगी। रेसपॉन्स टाइम घटाया जाएगा।
भाजपा का दावा है कि उसने रिकॉर्ड रोजगार दिए, डबल इंजन सरकार ने कल्याणकारी योजनाएं चलाईं?
सच बात यह है कि डबल इंजन टकरा रहे हैं। खजाना खाली है। मां गंगा साफ नहीं हुईं। कोरोना की दूसरी लहर में बक्सर, गाजीपुर में गंगा में लाशें बह रही थीं। शायद इसीलिए मुख्यमंत्री ने गंगा में डुबकी नहीं लगाई। सरकार बताए कि कितने लोगों को सरकारी रोजगार दिए। इन्वेस्टर्स समिट में पांच लाख करोड़ के एमओयू हुए, सरकार बताए कि कितने कारखाने लगे। एक हजार रुपये के गैस सिलिंडर और 100 रुपये के आसपास पहुंचती पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर भी जवाब दे। प्रदेश में रोजगार मांगने वाले युवाओं पर बेरहमी से लाठियां बरसाई गईं।ज्यादा सहयोगियों को जोड़ने से क्या टिकट वितरण में समस्या आ रही है, पूर्वांचल की कई सीटें अटकी हैं?
ऐसा नहीं है। चार-पांच सीटें हैं, जल्द ही घोषणा हो जाएगी।लाखों नौकरियां देने और आईटी हब बनाने का वादा कैसे पूरा करेंगे?
हम पहले भी एचसीएल जैसी बड़ी कंपनियों को प्रदेश में लाए हैं। आगे भी लाएंगे। सभी बड़े शहरों में रोजगार की योजनाओं को शुरू किया जाएगा। भाजपा की सरकार में लोगों को नौकरियों की जगह परीक्षा रद्द और पेपर लीक मिला है।
पुरानी पेंशन क्या मास्टर स्ट्रोक है? हमने सभी वर्गों के लिए अपनी योजनाएं बनाई हैं। पुरानी पेंशन कर्मचारियों की मांग है और उनके हितों को देखते हुए हमने इसकी घोषणा की है। अब कर्मचारी साथ देकर अपनी मांग के समर्थन में आगे आएं।
आरोप लगते हैं कि माफिया आपके साथ हैं? कोई बताए कि कौन से माफिया हमारे साथ हैं। मैंने हमेशा साफ-सुथरी राजनीति की पैरवी की है। प्रदेश के सीएम सहित अन्य बड़े नेताओं पर गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज रहे हैं। भाजपा झूठा प्रचार कर हमें कठघरे में खड़ा करना चाहती है, लेकिन आंकड़े देखेंगे तो पता चलेगा कि माफिया का साथी कौन है।
सरकार बनने के बाद भाजपा की कोई योजना बदलेंगे?
भाजपा ने कोई पॉलिसी बनाई ही नहीं, जो बदलने की नौबत आए। हम अपनी योजनाओं पर काम करेंगे। बेहतर सरकार देने के लिए जो भी जरूरी होगा, किया जाएगा।चुनाव के बाद जयंत चौधरी, स्वामी प्रसाद मौर्य और ओमप्रकाश राजभर जैसे प्रमुख सहयोगियों की भूमिका क्या होगी?
बहुमत नहीं मिलने पर बसपा या कांग्रेस का सहयोग लेंगे? इसकी जरूरत ही नहीं पड़ेगी। जनता भारी बहुमत से बदलाव करेगी।
400 सीट जीतने की बात क्या अतिश्योक्ति जैसे नहीं लगती? अगर भाजपा 47 से 325 तक पहुंच सकती है तो हम 47 से 400 क्यों नहीं पहुंच सकते।