पंजाब में नई राजनीति की शुरुआत के वादे के साथ भगवंत मान ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है। अकेले ही शपथ लेने के बाद भगवंत मान ने भगत सिंह के गांव में भारी संख्या में जुटे लोगों को संबोधित भी किया। भगवंत मान ने कहा कि लोगों ने जितना प्यार मुझे दिया है, उसका कर्ज तो मैं जन्मों तक नहीं उतार पाऊंगा। क्रांतिकारी भगत सिंह का जिक्र करते हुए भगवंत मान ने कहा कि वह हमेशा सोचते थे कि देश आजाद तो हो जाएगा, लेकिन किन हाथों में जाएगा। अब हम उनका सपना साकार करेंगे। भगवंत मान ने कहा कि हम पंजाब के स्कूलों एवं अस्पतालों को ऐसा बनाएंगे कि बाहर से आए लोग यहां से सेल्फी लेकर जाएंगे।
उन्होंने कहा कि पहले राजभवन या फिर स्टेडियमों में शपथ समारोह होते थे, लेकिन आज हमने भगत सिंह के गांव में शपथ लेने का फैसला लिया है। भगवंत मान ने कहा कि हमारी सरकार उन लोगों की भी है, जिन्होंने हमें वोट नहीं दिया है। अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया समेत दिल्ली सरकार के तमाम मंत्रियों की मौजूदगी में भगवंत मान ने कहा कि हमें अहंकार नहीं करना चाहिए। अहंकार का सिर हमेशा नीचा होता है और वक्त की ही तो बात है, जो किसी का नहीं रहता। भगवंत मान ने कहा कि अरविंद केजरीवाल जी का मैं धन्यवाद दूंगा, जिन्होंने देश की राजनीति के सुधार के लिए पार्टी का गठन किया।
संगरूर सीट से लोकसभा सांसद रहे भगवंत मान बीते कई सालों से राजनीति में हैं और उससे पहले पेशे से कॉमेडियन थे। अब वह संगरूर जिले की धुरी सीट से विधायक हैं और सांसदी से इस्तीफा दे दिया है। भगवंत मान ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें किसी भी तरह के अहंकार और टकराव से बचना है। इस दौरान अपने ही अंदाज में एक शेर सुनाते हुए भगवंत मान ने कहा कि हुकूमत वह करते हैं, जिनका दिलों पर राज होता है। यूं तो मुर्गे के सिर पर भी ताज होता है। भगत सिंह के गांव में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। हालांकि भगवंत मान के अलावा अरविंद केजरीवाल समेत किसी अन्य नेता ने भाषण नहीं दिया।