गोवा और मणिपुर में मुख्यमंत्री पद को लेकर स्थिति साफ हो गई है। खबर है कि प्रमोद सावंत और एन बीरेन सिंह ही राज्य के सीएम होंगे। होली के बाद उनका शपथ ग्रहण समारोह आयोजित हो सकता है। 40 सीटों वाले गोवा में भारतीय जनता पार्टी ने 20 सीटों पर जीत के साथ ही सत्ता में बने रहने में सफलता हासिल की है। वहीं, मणिपुर में पार्टी के खाते में 32 सीटें आईं। राज्य के दोनों प्रमुख नेता दिल्ली पहुंचकर केंद्रीय नेतृत्व से मुलाकात कर चुके हैं।
मंगलवार को सावंत ने जानकारी दी थी कि वे राज्य में अगले कदम को लेकर केंद्रीय नेतृत्व से मुलाकात करने दिल्ली पहुंचे हैं। समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में उन्होंने कहा था, ‘मैं यहां केंद्रीय नेतृत्व से मिलने और राज्य में आगे की प्रक्रिया पर चर्चा करने आया हूं।’ सावंत ने इससे पहले कहा था कि भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षक की मौजूदगी में विधायक दल के नेता के चुनाव के बाद सरकार गठित की जाएगी।
भाजपा के संसदीय बोर्ड ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को गोवा का केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। वहीं, एक और मंत्री एल मुरुगन को उप पर्यवेक्षक बनाया गया है। विधानसभा चुनाव 2022 को भाजपा की जीत के बाद सावंत ने नई सरकार के गठन के लिए 12 मार्च को राज्यपाल पीएस श्रीधरन पिल्लई को इस्तीफा सौंप दिया था।
भाजपा को मिला एमजीपी और निर्दलीय उम्मीदवारों का समर्थन
राज्य में मजबूत दावेदार मानी जा रही कांग्रेस इस बार 11 सीटें ही हासिल कर सकी। हालांकि, एक सीट की कमी के चलते भाजपा को राज्य में स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है, लेकिन महाराष्ट्रवादी गोमांतक (MGP) और निर्दलीय उम्मीदवारों के समर्थन से पार्टी का सरकार बनाने का रास्ता साफ हो गया है। भारत निर्वाचन आयोग के अनुसार, भाजपा को राज्य में वोट शेयर 33.31 फीसदी रहा। जबकि, कांग्रेस को 23.46 वोट शेयर था।
मणिपुर में सरकार के गठन पर चर्चा
एजेंसी के अनुसार, सिंह बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात करने पहुंचे हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से मिलने आया हूं।’ उन्होंने बैठक के दौरान राज्य में सरकार के गठन के मुद्दे पर चर्चा की बात भी स्वीकार की है। मंगलवार को दिल्ली पहुंचे सिंह ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से भी मुलाकात की थी।