योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के इकाना स्टेडियम में एक भव्य समारोह के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। योगी आदित्यनाथ पांच साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद दूसरी बार सीएम की कुर्सी तक पहुंचकर कई रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके हैं। योगी 2.0 में केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक उपमुख्यमंत्री होंगे। काफी मंथन के बाद ब्रजेश पाठक के नाम पर सहमति बनी। योगी आदित्यनाथ सरकार के पहले कार्यकाल में केशव प्रसाद मौर्य के साथ दिनेश शर्मा डिप्टी सीएम बनाए गए थे। योगी सरकार के पहले कार्यकाल में मंत्री रहे कई बड़े चेहरे इस कैबिनेट में जगह पाने में नाकाम रहे हैं।
काफी देर तक नामों को लेकर संशय बना हुआ था और यह तय नहीं हो पा रहा था कि किसको कैबिनेट में जगह मिलेगी और किसकी कैबिनेट से छुट्टी होगी। योगी सरकार 2.0 में सबसे बड़ा बदलाव डिप्टी सीएम की कुर्सी को लेकर देखने को मिला, जहां पहले कार्यकाल में कानून मंत्री ब्रजेश पाठक को डिप्टी सीएम बनाया गया है।
कैबिनेट मंत्री और प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह, जल शक्ति मंत्री डॉक्टर महेंद्र सिंह,औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना, ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा, आशुतोष टंडन और मोहसिन रजा वे प्रमुख नाम हैं जिनको योगी कैबिनेट में जगह नहीं मिली है। भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के महामंत्री दानिश आजाद को कैबिनेट में जगह मिली है, इस तरह मोहसिन रजा की योगी कैबिनेट से छुट्टी हो गई है।
इसके अलावा, नोएडा से बड़े अंतर से जीत दर्ज करने वाले पंकज सिंह और साहिबाबाद से रिकॉर्ड अंतर से जीत दर्ज करने वाले सुनील शर्मा के नामों की भी चर्चा रही लेकिन इनको कैबिनेट में जगह नहीं मिल पाई है। वहीं, कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल होने के बाद रायबरेली सदर से जीतकर आईं अदिति सिंह को भी कैबिनेट में जगह नहीं मिली है। इसके अलावा, चुनाव हारने वाले उपेंद्र तिवारी, आनंद स्वरूप शुक्ला, सुरेश राणा को भी कैबिनेट में जगह नहीं मिली है।