गुजरात और राजस्थान आईपीएल 2022 के फ़ाइनल में आमने-सामने हैं. आज से ठीक 64 दिन पहले जब 26 मार्च को आईपीएल-2022 शुरू हुआ था तब किसी ने ये सोचा भी नहीं था कि दो अंडरडॉग्स (कम क्षमता वाली) टीम इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के 15वें संस्करण का फ़ाइनल खेलेंगी.
लेकिन एक ओर नए नेतृत्व के साथ नई नवेली टीम गुजरात, जो पहली बार आईपीएल जैसे दुनिया के सबसे बड़े टी20 टूर्नामेंट में उतरी है, तो दूसरी तरफ़ उथल-पुथल भरे पिछले कई सीज़न से जूझती एक कम अनुभवी कप्तान की अगुवाई वाली टीम राजस्थान आज फ़ाइनल में आमने-सामने हैं.
खिलाड़ियों की नीलामी के दिन से ही गुजरात के टीम चयन को लेकर कई बातें सुनने को मिल रही थीं.
सबसे पहले तो कप्तान हार्दिक पंड्या को लेकर ही बातें हो रही थीं कि ख़ुद फॉर्म को तलाश रहा एक चोटिल खिलाड़ी टीम के नए खिलाड़ियों को कैसे बढ़िया नेतृत्व दे सकेगा. साथ ही टूर्नामेंट से ठीक पहले उसके सलामी बल्लेबाज़ जेसन रॉय (इंग्लैंड) बायो बबल की परेशानियों का हवाला देते हुए टीम से बाहर हो गए.
दूसरी ओर राजस्थान के लिए ये तो शुरू से कहा जा रहा था कि टीम बहुत सॉलिड है. लेकिन, कप्तान और उनकी बल्लेबाज़ी पर यदा-कदा सवाल ज़रूर उठ रहे थे. लेकिन दोनों टीमों ने आईपीएल 2022 की शुरुआत बड़ी जीत के साथ की. संजू सैमसन ने तो पहले मैच में ही आगे बढ़कर नेतृत्व किया और टीम ने 210 रन बना दिए. संजू ‘मैन ऑफ़ द मैच’ बने.
अगले मैच से टीम के लिए जीत की कमान जॉस बटलर ने ऐसी संभाली कि मैच दर मैच रनों का पहाड़ खड़ा करते चले गए तो उनका साथ देने के लिए युजवेंद्र चहल ने गेंदबाज़ों की कमान संभाल ली. लीग मैचों के बाद पॉइंट टेबल में राजस्थान दूसरे नंबर पर रहा और आलम ये है कि फ़ाइनल के बाद बटलर ऑरेंज कैप तो चहल पर्पल कैप जीतते हुए दिखेंगे.
वहीं लीग दौर में पहले नंबर पर रही हार्दिक की टीम पूरे टूर्नामेंट में अलग ही अंदाज़ में दिखी. मैच दर मैच गुजरात ने अपने प्रदर्शन के बूते आलोचकों के मुंह पर ताला जड़ दिया. टीम ने आखिरी ओवरों में 10+ स्कोर पांच बार सफलतापूर्वक चेज़ किया. तो हार्दिक ने बतौर कप्तान आगे बढ़कर मोर्चा संभालने का काम किया और आलोचकों को प्रशंसक में तब्दील कर दिया.
शुरुआती मैचों में मोहम्मद शमी, हार्दिक पंड्या, डेविड मिलर, राशिद ख़ान जैसे अनुभवी खिलाड़ियों ने जीत की बागडोर संभाली तो बाद के मैचों में शुभमन गिल और रिद्धिमान साहा की ठेठ देसी जोड़ी ने ऐसा प्रदर्शन किया कि जेसन रॉय किसी को याद ही नहीं रहे.