लखनऊ के पीजीआई कोतवाली क्षेत्र की यमुनापुरम कालोनी में मां की हत्या के आरोपित बेटे ने शव ठिकाने लगाने की कोशिश भी की थी। उसने मंगलवार सुबह दोस्त से मदद मांगी थी। मना करने पर पांच हजार रुपये का लालच भी दिया था। घर से दुर्गन्ध तेज उठने लगी थी। इसके बाद पिता को सूचना दी थी कि किसी ने मां की हत्या कर दी है। चंदौली के सैन्य अफसर का परिवार यमुनापुरम कालोनी में रहता है। तैनाती आसनसोल में है।
पुलिस गुरुवार यमुनापुरम कालोनी पहुंची और पड़ोसियों से बात की। इस दौरान सामने आया कि कॉलोनी में ही आरोपित के 17 वर्षीय दोस्त से उसने मंगलवार सुबह यह कहा था कि उसकी मां की मौत हो गई। अब किसी को बताना नहीं है और शव कहीं दफना देना है। दोस्त डर गया तो पांच हजार रुपये का लालच दिया फिर भी वह नहीं माना। उसने नहीं बताया कि उसने खुद मां की हत्या की है। अब दोस्त के बयान होंगे।
किशोर ने कहा …कोई मना करे मुझे पसंद नहीं
पीजीआई के यमुनापुरम में अपनी मां की हत्या के आरोपी किशोर की काउंसलिंग शुरू हो गई। किशोर को अब तक अपने किये पर कोई पछतावा नहीं है। सुबह सामान्य रूप से उसने नाश्ता किया। दोपहर का खाना खाया। डीपीओ विकास सिंह व अन्य अफसर मिलने पहुंचे तो उनके साथ चाय भी पी। काउंसिंग के दौरान किशोर ने कहा कि उसको गुस्सा ज्यादा आता है। जब गुस्सा आता है तो अपना आपा खो देता है। वह पूरी तरह ठीक है, लेकिन कोई किसी बात के लिए मना करे यह किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं कर सकता। यह बताते हुए भी उसके दांत भींच गए, चेहरे पर गुस्सा साफ झलकने लगा।
निगरानी के निर्देश
डीपीओ और अन्य अफसरों ने सम्प्रेक्षण जाकर कुछ देर किशोर से बात की। एक काउंसलर भी नियुक्त किया। आरोपी के साथ दो और किशोर उसके कमरे में हैं। निगरानी के लिए सम्प्रेक्षण गृह के कर्मचारी को भी तैनात किया है। डीपीओ ने सम्प्रेक्षणगृह प्रभारी को विशेष निगरानी करने का निर्देश दिया है।
पुलिस ने फिर फोरेंसिक तथ्य घर जाकर जुटाए
गुरुवार घर वाले चंदौली निकलने वाले थे, तभी फोरेंसिक विशेषज्ञों की एक टीम फिर पहुंची। उसने कुछ नमूने ही उठाये। पुलिस का कहना है कि कुछ और बिन्दुओं पर पड़ताल होनी है। तथ्य मिलान के लिये फिर से नमूने लेने पड़े। बेटे के फिंगर प्रिंट का मिलान रिवाल्वर, अन्य से उठाये गये नमूनों से कराया गया।
महिला की अस्थियां लेकर परिजन चंदौली गए
सैन्य अफसर ने बुधवार शाम ही पत्नी का अंतिम संस्कार गुलाला घाट पर कर दिया था। शुक्रवार सुबह परिवारीजन अस्थियां लेकर पैतृक गांव चंदौली चले गये। इससे पहले परिवार के सदस्य यमुनापुरम स्थित आवास पर पहुंचे तो कालोनी के कई लोग मिलने पहुंचे। हर कोई यही कह रहा था कि बच्चों को कैसे समझाया जाये। अब बच्चों को लेकर और ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। कालोनी के अजय सिंह कहते हैं कि यहां रहने वाले दूसरे बच्चों में भी दहशत है। हर कोई जानना चाह रहा है कि असली वजह क्या यही है जो सामने आयी है। या बच्चे के मन में मां को लेकर किसी और बात पर नफरत हो गई जो उसने ऐसा कर डाला। करीबी लोगों ने बताया कि सैन्य अफसर की पत्नी ने डॉगी पाल रखा था। घर से शव हटाया गया तो वह अजीब व्यवहार करने लगा। वह ठीक से खाना तक नहीं खा रहा है।