यूपी की आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में जहां बीजेपी ने मंत्रियों की पूरी फौज को मैदान में उतार दिया है और कमान खुद सीएम योगी ने संभाल ली है। वहीं सपा प्रमुख अखिलेश यादव अभी तक चुनाव प्रचार से दूरी बना रखी है। आजमगढ़ चुनाव प्रचार के लिए गठबंधन के साथी जयंत चौधरी और आजम खान गए हैं पर अखिलेश नहीं गए हैं। ऐसा ही कुछ रामपुर सीट पर भी हुआ है अखिलेश यादव यहां भी प्रचार करने अभी तक नहीं गए हैं। अभी तक प्रचार से दूरी को लेकर सियासी गलियारों में चर्चा है कि अखिलेश यादव आत्मविश्वास में हैं कि दोनों सीटें जीत लेंगे। इसलिए अखिलेश यादव आजमगढ़ और रामपुर प्रचार करने नहीं पहुंचे हैं। वहीं रालोद प्रमुख जयंत चौधरी ने प्रचार दूरी को रणनीति का हिस्सा बताया।
आपको बता दें कि आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी ने धर्मेद्र यादव को टिकट दिया है, जबकि भारतीय जनता पार्टी ने दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ को उतारा है। बसपा ने शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली को उम्मीदवार बनाकर लड़ाई को त्रिकोणीय और रोचक बना दिया है। आजमगढ़ में 23 जून को वोटिंग है। 26 जून को नतीजे आएंगे। वहीं रामपुर बीजेपी से घनश्याम सिंह लोधी किस्मत आजमा रहे हैं तो सपा से आसिम राजा चुनावी मैदान में उतरे हैं
आजम के गढ़ में सेंधमारी करने के लिए बीजेपी ने झोकी पूरी ताकत
आजम खां के गढ़ में सेंधमारी करने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने पूरी ताकत झोंक दी है। प्रदेश ही नहीं केंद्र के मंत्री भी रामपुर में कैंप कर रहे हैं। मंत्रियों की पूरी फौज रामपुर के मतदाताओं को रिझाने में लगी है। केंद्र सरकार में सहकारिता राज्यमंत्री बीएल वर्मा ने रामपुर का दौरा कर और भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में वोट मांगे। योगी सरकार में वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना और समाज कल्याण स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री समाज कल्याण असीम अरूण भी जनता को अपनी ओर मोड़ने में लगे हैं। इसके अलावा लोक निर्माण विभाग के मंत्री जतिन प्रसाद, लघु उद्योग मंत्री राकेश सचान, राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार संदीप सिंह, कैप्टन विकास गुप्ता राज्यमंत्री, विधायक राजीव गुंबर ने भी डोर-टू-डोर जाकर भाजपा सरकार की उपलब्धियों को गिनाया।