मुड़िया पूर्णिमा मेले को लेकर रोडवेज ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। मुड़िया पूर्णिमा 13 जुलाई को है। इसके लिए एक हजार से अधिक रोडवेज की बसें लगाई जाएंगी। मथुरा-गोवर्धन तक रोडवेज की बसें दौड़ेंगी। आठ से 15 जुलाई तक दिन और रात में बसें संचालित की जाएंगी। इसके मद्देनजर कर्मचारियों के अवकाश भी निरस्त रहेंगे। इस संबंध में आरएम मनोज कुमार पुंडीर ने अधीनस्थों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए हैं।
मथुरा मुड़िया मेला जुलाई में लगेगा। लेकिन इसकी तैयारियां अभी से शुरू हो गई हैं। मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए 1500 बसें मांगी गई हैं। हालांकि एक हजार से अधिक लगाई जाएंगी। कुछ बसें रिजर्व भी रखी जाएंगी। जिससे यात्रियों को दिक्कत न हो। आरएम मनोज कुमार पुंडीर ने बताया कि 750 बसें मथुरा से गोवर्धन तक चलेंगी। इसके अलावा आगरा परिक्षेत्र से 350 बसें लगेंगी। बसों के फेरे भी बढ़ाए जाएंगे। इसमें 200 बसें संचालित की जाएंगी, साथ ही 150 बसें रिजर्व रखी जाएंगी।
इटावा, मेरठ, गाजियाबाद से मांगी गई 550 बसें
आरएम ने बताया कि इटावा, अलीगढ़, गाजियाबाद, मेरठ से 550 बसें मांगी जा रही हैं। जिससे श्रद्धालुओं के लिए बसें उपलब्ध हो सकें और दिक्कतें न आएं। इनकी सुविधा के लिए मथुरा रेलवे स्टेशन पर बसें लगाई जाएंगी जो सीधे श्रद्धालुओं को गोवर्धन ले जाएंगी। आठ जुलाई से अन्य राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं का आना शुरू हो जाएगा। बता दें कि मेले में लाखों श्रद्धालु परिक्रमा लगाने आते हैं। श्रद्धालु बस, रेल गाड़ी और निजी वाहन से पहुंचते हैं।
कोरोना के चलते दो वर्ष से नहीं लगा मेला
कोरोना महामारी के चलते पिछले दो वर्ष से मुड़िया पूर्णिमा मेला का आयोजन नहीं हुआ था। इस वजह से इस वर्ष भीड़ भी अधिक रह सकती है। इसी आधार पर प्रशासन तैयारियों में जुटा हुआ है।
आगरा, फिरोजाबाद, दिल्ल से आते हैं श्रद्धालु
आगरा के अलावा फिरोजाबाद, अलीगढ़, बरेली, मेरठ, दिल्ली, नोएडा, एटा, मैनपुरी, ग्वालियर, जयपुर आदि स्थानों से भी बसों से श्रद्धालु आएंगे। आईएसबीटी, ईदगाह व बिजलीघर बस स्टैंड पर भी अधीनस्थों को निर्देशित किया गया है। यहां से भी दिन और रात बसें संचालित की जाएंगी।