Nail fungus: अक्सर आपने देखा होगा कि कई बार नाखूनों का रंग पीला पड़ जाता है। लोगों को लगता है कि ये शायद किसी पीली चीज के संपर्क में आकर पीले हो गए हैं और इसको नजरअंदाज कर देते हैं। हालांकि, नाखून का पीलापन सेहत के बारे में बताता है और इसे नजरअंदाज करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। दरअसल, नाखूनों के पीले होने के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें शरीर में खून की कमी, पीलिया की बीमारी और नेल फंगस की समस्या हो सकती है। आज इस लेख में हम आपको बताने जा रहे है नेल फंगस यानी नाखूनों के पीले पड़ने के कारणों के बारे में-
बढ़ती उम्र हो सकती है नेल फंगस का कारण
कई बार नाखूनों के मोटा होने और पीला होने का कारण बढ़ती उम्र भी हो सकती है। दरअसल, उम्र बढ़ने के साथ-साथ शरीर में कई बदलाव आते हैं, हार्मोन्स में कई बदलाव आते हैं, जिससे शरीर के अंगों के कार्य करने की प्रणाली तो प्रभावित होती ही है, साथ ही नाखूनों पर भी प्रभाव पड़ता है। बढ़तकी उम्र में नाखून सूखने और टूटने की समस्या आम होती है।
ब्लड सकुर्लेशन का सही न होना
शरीर में कई रोग ब्लड सर्कुलेशन के सही से न होने के कारण होते हैं। इन्हीं में से एक है नेल फंगस का रोग। खासकर पैरों में ब्लड सर्कुलेशन कम होने से नाखूनों में पीलेपन की समस्या हो जाती है।
पैरों में गंदगी का होना
ऐसा कहा जाता है कि स्वस्थ शरीर के लिए साफ-सफाई का खास ख्याल रखना बहुत जरूरी होता है। यदि ऐसा न हो, तो कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इनमें नाखूनों के पीले होने की समस्या भी हो सकती है। इसलिए पैरों को अच्छे से साफ करना बहुत जरूरी होता है, अन्यथा फंगल इंफेक्शन हो सकता है।
हाथ-पैर में ज्यादा पसीना आना
कई बार नाखूनों के पीले होने की वजह हाथ-पैर में ज्यादा पसीना आना भी होता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स भी कहते हैं कि जिन लोगों के हाथ-पैरों में ज्यादा पसीना आता है, उन्हें नेल फंगस का खतरा ज्यादा रहता है।