हल्दी के एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी बैक्टीरियल गुण से चोट और कई तरह की बीमारियों को ठीक किया जा सकता है।
लोगों को आजकल हाई कोलेस्ट्रॉल, ब्लड प्रेशर, शुगर जैसी समस्याएं बहुत चिंतित रखती हैं। हालांकि हाई लेवल यूरिक एसिड को अक्सर लोग नजरअंदाज कर देते हैं। बहुत ही कम लोगों को इस बात का एहसास है कि बॉडी में यूरिक एसिड का हाई लेवल, ओबेसिटी यानी मोटापा, जोड़ो के दर्द और किडनी संबंधी बीमारियां होने की रिस्क को बढ़ाता है।
यूरिक एसिड एक ऐसा केमिकल है जो कुदरती तौर पर बॉडी में बहुत कम मात्रा में पाया जाता है। यह बॉडी में होने वाली कई प्रक्रियाओं से भी बनता है, और कई बार मटर, पालक, सीफूड, रेड मीट, बीयर जैसी फूड आइटम्स में पाए जाने वाले प्यूरीन से भी बनता है। हालांकि किडनी उसे फिल्टर कर देती है और ये एसिड अमूमन ब्लड के साथ घुल जाता है और जो एक्स्ट्रा होता है यूरिन के साथ निकल जाता है।
लेकिन जब बॉडी में प्यूरीन की मात्रा बढ़ जाती है, तो बॉडी उसे आसानी से फिल्टर या पचा नहीं पाती है। ऐसे केस में ब्लड में यूरिक एसिड का लेवल बढ़ जाता है, जिसे हाइपरयूरिसीमिया (Hyperuricemia) कहते हैं। इसकी नॉर्मल अपर लिमिट 6.8mg/dl होती है और जब बॉडी में मौजूद कोई चीज 7mg/dl की लिमिट को क्रॉस कर जाती है, तो बॉडी को एसिड के फिल्टरेशन में दिक्कत आने लगती है।
जब हाई लेवल यूरिक एसिड के सिम्पटम्स की बात आती है तो पता चलता है कि 1/3 पेशेंट्स ऐसे होते हैं, जिनको कोई सिम्पटम्स यानी लक्षण ही नहीं होते हैं। हालांकि अगर आपकी बॉडी में यूरिक एसिड का लेवल हाई है, तो आप इन परेशानियों से भी जूझ सकते हैं जैसे
- जोड़ों में सूजन या रेडनेस
- शरीर में बहुत ज्यादा दर्द
- किडनी स्टोन/पथरी
- जी मचलना
- ज्यादा यूरिन/पेशाब आना
- यूरिन में ब्लड आना
- यूरिन में बहुत बदबू आना
- पेट, बाजू, पीठ और कमर में दर्द
यूरिक एसिड किन कारणों से बढ़ता है ?
ऐसा होने के पीछे कोई एक कारण नहीं है, कुछ लोगों के साथ ऐसा गलत डाइट लेने से या खाने पीने की किसी चीज की वजह से हो सकता है। कई बार ऐसा किन्हीं जेनेटिक कारणों की वजह से भी होता है। ये पनीर, राजमा, सी फूड, दाल, चावल जैसी फूड आइटम्स से भी बढ़ सकता है। तथा डायबिटीज, स्ट्रेस या मोटापे और बहुत देर तक खाली पेट रहने की वजह से भी, यूरिक एसिड की बॉडी में बढ़ने की शिकायत हो सकती है।
क्या हल्दी बढ़ते यूरिक एसिड की प्रॉब्लम का समाधान हो सकती है ?
जब यूरिक एसिड के लेवल को मैनेज और कंट्रोल करने की बात आती है, तो आपकी डाइट, आप हर मील के साथ क्या खा रहे हैं जानना बहुत जरूरी होता है। ताकि किसी भी तरह के हाइपर इंफ्लेमेटरी रिएक्शन को प्रीवेंट किया जा सके। शरीर में यूरिक एसिड का 2/3 हिस्सा प्यूरीन के इनटेक से बनता है। एसिड की मात्रा बढ़ने की वजह से जो सूजन आती है उसे रोकने के लिए अक्सर डॉक्टर अदरक, काली मिर्च और नारियल तेल के साथ हल्दी खाना की सलाह देते हैं। इसी के साथ हल्दी इम्युनिटी संबंधी समस्याओं में भी मदद करती है। लेकिन फिर भी अधिक मात्रा में हल्दी का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से अवश्य सलाह ले और जांच करवाएं।