‘मां काली’ पर दिए बयान के बाद विवादों में आईं महुआ मोइत्रा ने कहा है कि वह अपने बयान पर अडिग हैं क्योंकि वह मां काली की आराधक हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा अपने हिसाब से हिंदुओं को चलाना चाहती है जो कि संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि भगवा सेना ने उनके बयान को लेकर उनपर हमला कर गिया है जबकि उन्होंने एक सामान्य सी बात कही थी। मोइत्रा ने कहा, यह मेरे लिए अवसर की तरह है कि मैं लोगों को बता पा रही हूं कि किसी की ज्यादती बर्दाश्त करना जरूरी नहीं है।
मोइत्रा ने कहा, धर्म का सहारा लेकर भाजपा लोगों को बांटना चाहती हैं। वे अपनी एक तरह की सोच हिंदुओं पर थोपना चाहते हैं और यह भी चाहते हैं कि वही फैसला करें कि कौन हिंदू है और कौन नहीं। भाजपा के लोग चाहते हैं कि वही बताएं कि किस तरह भगवान की पूजा की जाए।
टीएमसी सांसद ने कहा, मेरा स्टैंड बहुत क्लियर है कि मैं मां शक्ति की आराधक हूं और मैं अपने बयान पर अडिग रहूंगी। वो शराब और मांस को स्वीकार करती हैं। मैं इसलिए भाजपा के सामने घुटने नहीं टेकूंगी कि मैं डरी हुई हूं। मुझे बंगाली होने पर और भारतीय होने पर गर्व है और मैं आखिरी सांस तक अपने बयान पर अडिग रहूंगी।
महुआ मोइत्रा ने कहा, सब लोग यही सलाह देते हैं कि इस समय धर्म के बारे में बोलना ठीक नहीं है। लेकिन भाजपा अपने हिसाब से धर्म को परिभाषित करना चाहती है। अगर हम नहीं बोले तो वह मनमानी करेगी। हिंदुत्व उनकी जागीर नहीं है। उन्होंने कहा कि मैं टीएमसी की जमीनी कार्यकर्ता हूं और ममता बनर्जी की प्रशंसक हूं। उनसे मुझे प्रेरणा मिलती है।
उन्होंने कहा कि अगर मुझपर एफआईआर दर्ज होती है तो भाजपा को भी जवाब देना चाहिए कि क्या मां काली को मांस और मदिरा का भोग नहीं लगता है। जिन पुलिस थानों में भाजपा एफआईआर दर्ज करवा रही है वहां भी दुर्गा पूजा इसी तरीके से होती है।