कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने गुरुवार को सैफई पहुंचकर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने मुलायम सिंह से जुड़ी अपनी यादों को साझा किया। इस दौरान दोनों की आंखें डबडबा गईं। इसके पहले गुरुवार को दिन भर सैफई स्थित यादव परिवार की पैतृक कोठी पर सन्नाटा पसरा रहा। उधर, समाजवादी पार्टी ने तय किया है कि मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि देने के लिए पार्टी 21 अक्टूबर को प्रदेशभर में कार्यक्रम करेगी।
अखिलेश को ढांढस बंधाते समय खुद की आंखे डबडबा गईं तो अखिलेश भी अपने आप को नहीं रोक पाए। वह आधे घंटे अखिलेश के पास बैठे व अन्य सदस्यों से भी मिले। वहीं, गुरुवार को प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने पार्टी के सभी सांसदों, विधायकों, जिला-नगर अध्यक्षों को पत्र जारी कर कार्यक्रम के दिशा निर्देश दिए हैं। सूत्रों के मुताबिक, अंत्येष्टि के 11वें दिन शांति यज्ञ के बाद अस्थियों को विसर्जन के लिए हरिद्वार-प्रयाग ले जाया जाएगा।
साझा कीं यादें अखिलेश की शादी में फोनकर बुलाया था
शाही ने अखिलेश यादव से नेताजी से जुड़े कई संस्मरण साझा किए। इस दौरान उन्होंने बताया कि अखिलेश की शादी के लिए नेता जी ने व्यक्तिगत तौर पर फोन करके बुलाया था और वह पहुंचे भी थे। बातचीत के दौरान शाही और अखिलेश दोनों की ही आंखें डबडबा गयीं। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि नेता जी गरीबों के हित में काम करते थे। वह गरीबों व जरूरतमंदों के बारे में फैसला लेने में अपनों की भी नहीं सुनते थे। तीज त्योहार पर तो स्वयं ही फोन करके बधाई देते थे।