अमरोहा के बावनखेड़ी हत्या कांड की खलनायिका शबनम की फांसी एक बार फिर टल गई है। दरअसल शबनम के अधिवक्ता की ओर से राज्यपाल को दया याचिका डाली गई थी। दया याचिका डालने के कारण फांसी की तारीख मुकर्रर नहीं हो पाई।
आपको बता दें की आज शबनम की फांसी की सुनवाई होनी थी जिसमे एक बार फिर शबनम की फांसी टल गयी है।
आपको बता दें की प्रेमी सलीम के साथ मिलकर शबनम ने अपने ही परिवार के 7 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था। शबनम जुलाई 2019 से रामपुर जेल में बंद है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राष्ट्रपति ने शबनम और सलीम की दया याचिका खारिज कर दी है।
अगर शबनम को फांसी दी जाती है, तो आजाद भारत के इतिहास में किसी महिला अपराधी को फांसी देने का यह पहला मामला होगा।
दरअसल शबनम और सलीम दोनों एक दूसरे से प्यार करते है। लेकिन इन दोनों के घर वाले इसके खिलाफ थे। और दोनों की शादी कराने से मना कर दिया था।
इसीलिए शबनम ने अपने प्रेमी के साथ मिल कर अपने ही घर के 7 परिवार वालो को मौत के घाट उतार दिया था। इस मामले में कोर्ट में शबनम और सलीम दोनों को मौत की सजा सुनाई थी।