| संवाददाता, मो. तौफ़ीक़ |
उत्तर प्रदेश के Amethi जिले के भादर ब्लॉक के रामगंज उच्च प्राथमिक विद्यालय में सफाई व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। सफाई कर्मी के नियमित न आने के कारण विद्यालय परिसर में घास-पात उग आई है, जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हैं तथा मच्छर, मकोड़े जैसी कीट समस्या उत्पन्न हो गई है। प्रधानाध्यापक रवि कुमार मिश्र ने अधिकारियों को शिकायतें दर्ज कराने के बावजूद कोई सुधार न होने पर नाराज़गी जाहिर की है।
हालात का विस्तृत विवरण
- सफाई कर्मी की अनुपस्थिति और गंदगी:
प्रधानाध्यापक रवि कुमार मिश्र के अनुसार सफाई कर्मी विद्यालय में नियमित नहीं आते, जिससे परिसर में झाड़ियों और कूड़े का अंबार लग गया है। बच्चों की सेहत और पढ़ाई दोनों ही खतरे में हैं। - बीमारियों और स्वास्थ्य जोखिम:
गंदगी के बीच पड़ी झाड़ियाँ और कीट बच्चों के लिए गंभीर स्वास्थ्य जोखिम हैं—साँस की बीमारियाँ, मलेरिया जैसी रोगों की आशंका बढ़ जाती है। - प्रशासनिक संज्ञान का अभाव:
प्रधानाध्यापक ने कई बार अधिकारियों को शिकायत की है, लेकिन कोई ठोस कार्यवाई नहीं हुई। यह दोषरहित अपील व्यवस्था की विफलता को दर्शाती है।
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समग्र संदर्भ: Amethi जिले में विद्यालयों की असमान स्थितियाँ
इस समस्या को एक अकेले घटनाक्रम के रूप में न देखें; Amethi में सार्वजनिक स्कूलों की दशा कई बार चिंताजनक रही है:
- अन्य स्कूलों की मरम्मत नहीं हुई:
भादर क्षेत्र में ही एक स्कूल का गेट समय पर नहीं खुलने की शिकायत हुई है, जिससे पढ़ाई प्रभावित हो रही है। - जलभराव की समस्या:
दादरा (मुसाफिरखाना) क्षेत्र के विद्यालय परिसर में नालियों की कमी के कारण बरसात में जलभराव हो जाता है, जिससे बच्चों को स्कूल आने में कठिनाई होती है। - संलयन की प्रक्रिया:
प्रशासन ने शिक्षा व्यवस्था में सुधार की बात करते हुए 117 प्राथमिक विद्यालयों को अन्य स्कूलों में मिला दिया है, लेकिन इससे ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूल पहुंचने में दूरी की समस्या उत्पन्न हो रही है।
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गहराई से विश्लेषण – Amethi के सरकारी विद्यालयों में व्यवस्थागत चुनौतियाँ
विषय | विवरण |
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स्वच्छता की कमी | सफाई कर्मी के नियमन न होने से बच्चों का स्वास्थ्य जोखिम में — रामगंज विद्यालय एक स्पष्ट उदाहरण। |
प्रशासनिक लापरवाही | शिकायतों पर तेज़ी से कार्यवाई की बजाए उदासीनता, जिससे विश्वास कमज़ोर होता है। |
बुनियादी सुविधाओं का अभाव | गंदगी, जलभराव, टूटे गेट—इन मुद्दों ने शिक्षा की गुणवत्ता को प्रभावित किया है। |
समारोहित विलय की चुनौतियाँ | स्कूल विलय से पहुंचने की दूरी बढ़ी, अनुपस्थिति की संभावना बढ़ी। |
शिक्षा और स्वास्थ्य के बीच अंतराल | स्कूलों में स्वच्छता न होना सीधे बच्चों की सेहत और पढ़ाई दोनों पर बुरा असर डालता है। |
निष्कर्ष
Amethi के रामगंज प्राथमिक विद्यालय में सफाई व्यवस्था की यह विफलता केवल एक स्कूल की समस्या नहीं, बल्कि पूरे जिले में शिक्षा तंत्र और सलाह एवं शिकायत प्रणाली की अनदेखी का प्रतीक है। यदि बच्चों का सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण सुनिश्चित नहीं किया गया, तो उनके शैक्षणिक, मानसिक और शारीरिक विकास पर खतरा मंडराता रहेगा।
अधिकारियों से तत्काल कदम उठाने, नियमित मॉनिटरिंग, और जनभागीदारी से स्कूल परिसर की साफ-सफाई को प्राथमिकता बनाने की आवश्यकता है।