स्थान – Ayodhya
रिपोर्ट – Azam Khan
प्रस्तावना
उत्तर प्रदेश के Ayodhya जिले में किसानों की समस्याओं को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) का प्रतिनिधिमंडल जिला अध्यक्ष पारसनाथ यादव के नेतृत्व में जिलाधिकारी (डीएम) निखिल टीकाराम फुंडे से मिला। इस दौरान किसानों ने ज्ञापन सौंपते हुए ग्रीन फील्ड 6 लेन हाईवे निर्माण में हो रहे एलाइनमेंट बदलाव पर गंभीर आपत्ति जताई। किसानों का कहना है कि पहले भी उनकी ज़मीन सड़क चौड़ीकरण और रिंग रोड में अधिग्रहित की जा चुकी है, अब फिर से सिक्स लेन हाईवे के कारण उनकी आजीविका खतरे में पड़ रही है।
हाईवे निर्माण और किसानों की समस्या
Ayodhya से प्रयागराज तक प्रस्तावित ग्रीन फील्ड 6 लेन हाईवे निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। प्रथम चरण में यह परियोजना प्रतापगढ़ तक सड़क निर्माण पर केंद्रित है। प्रारंभिक योजना के अनुसार हाईवे का मार्ग Ayodhya के भदोखर और बिरौली गांव से होकर गुजरना था। लेकिन हाल ही में कंसल्टेंट द्वारा पुराने स्वीकृत एलाइनमेंट को बदलने की कोशिश की गई है।
किसानों का आरोप है कि इस बदलाव के चलते भदोखर और बिरौली गांव के करीब 500 घर सीधे प्रभावित होंगे। इससे न केवल परिवार बेघर हो जाएंगे, बल्कि उनकी कृषि योग्य भूमि और जीविका के साधन भी खत्म हो जाएंगे।
किसानों का दर्द
ज्ञापन सौंपने पहुंचे किसानों ने कहा कि:
- पहली बार उनकी ज़मीन सड़क चौड़ीकरण में चली गई।
- दूसरी बार रिंग रोड के लिए ज़मीन ली गई।
- अब तीसरी बार, ग्रीन फील्ड सिक्स लेन हाईवे के लिए उनकी जमीन ली जा रही है।
गांव के किसानों का कहना है कि बार-बार भूमि अधिग्रहण से उनका अस्तित्व ही खतरे में पड़ गया है। एक किसान ने कहा – “हमने पीढ़ियों से यहां रहकर खेती की है। लेकिन अब हमारी जमीन, हमारा घर और हमारा भविष्य तीनों ही खतरे में है। सरकार को चाहिए कि वह पहले से स्वीकृत एलाइनमेंट को न बदले।”
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किसानों की पीड़ा सामने आई
किसानों ने जिला प्रशासन को बताया कि पहले उनकी ज़मीन चौड़ीकरण के नाम पर ली गई, फिर रिंग रोड में चली गई और अब सिक्स लेन परियोजना में फिर से ज़मीन ली जा रही है। उनका कहना है कि अयोध्या के भदोखर और बिरौली गाँव में लगभग 500 से अधिक घर प्रभावित हो सकते हैं।
किसानों ने यह भी कहा कि हाईवे निर्माण के चलते उनकी खेतीबाड़ी बर्बाद हो जाएगी और परिवारों का भविष्य अंधकारमय हो जाएगा। ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि परियोजना से संबंधित जानकारी उन्हें समय पर नहीं दी गई और न ही उनकी सहमति ली गई।
सपा ने किया विरोध
सपा जिला अध्यक्ष पारसनाथ यादव ने किसानों की ओर से कहा कि सरकार बार-बार किसानों की ज़मीन छीनकर उन्हें सड़क पर लाने का काम कर रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन किया जाएगा।
उन्होंने मांग की कि सरकार परियोजना के लिए पहले से स्वीकृत एलाइनमेंट को ही लागू करे ताकि किसानों को दोहरी मार न झेलनी पड़े।
समाजवादी पार्टी का रुख
सपा जिला अध्यक्ष पारसनाथ यादव ने किसानों की बात का समर्थन करते हुए कहा कि पार्टी किसानों के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि सपा किसानों की आवाज़ को दबने नहीं देगी और प्रशासन को मजबूर करेगी कि वह किसानों के हित में फैसला ले।
ज्ञापन सौंपते समय उन्होंने कहा –
“Ayodhya के किसान लगातार अन्याय झेल रहे हैं। जमीन अधिग्रहण के नाम पर उन्हें विस्थापित किया जा रहा है। यदि सरकार ने किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं किया तो सपा आंदोलन का रास्ता अपनाएगी।”
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डीएम से मुलाकात
डीएम निखिल टीकाराम फुंडे ने किसानों और प्रतिनिधिमंडल की बात ध्यान से सुनी। उन्होंने आश्वासन दिया कि ज्ञापन पर गंभीरता से विचार किया जाएगा और किसानों की समस्याओं को उच्चाधिकारियों तक पहुंचाया जाएगा।
ग्रामीणों में गुस्सा और चिंता
भदोखर और बिरौली गांव के ग्रामीणों में गुस्सा साफ देखा जा सकता है। जिन परिवारों के घर प्रभावित होंगे, वे अपने बच्चों और बुजुर्गों के भविष्य को लेकर चिंतित हैं। किसानों का कहना है कि यदि हाईवे को पुराने एलाइनमेंट पर ही बनाया जाए तो नुकसान कम होगा और प्रभावित परिवारों को बचाया जा सकता है।
Ayodhya में ग्रीन फील्ड 6 लेन हाईवे निर्माण किसानों के लिए बड़ी चुनौती बनता जा रहा है। बार-बार हो रहे भूमि अधिग्रहण से किसान हताश और परेशान हैं। समाजवादी पार्टी ने इस मुद्दे को मजबूती से उठाया है और ज्ञापन सौंपकर डीएम से हस्तक्षेप की मांग की है। अब देखना यह होगा कि प्रशासन किसानों के पक्ष में क्या कदम उठाता है।
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