
| संवाददाता . राजेश चौहान |
Bahraich जिले में आगामी कजरी तीज और गणेश चतुर्थी पर्वों को ध्यान में रखते हुए भारी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना को देखते हुए पुलिस प्रशासन सतर्क है। इसी कड़ी में अपर पुलिस अधीक्षक नगर, श्री रामानंद कुशवाहा एवं क्षेत्राधिकारी पयागपुर, श्री रमेश चंद्र पाण्डेय ने 23.08.2025 को थाना पयागपुर के अदालती कक्ष (अर्दली रूम) और विवेचना कक्ष का निरीक्षण किया। उन्होंने लंबित मामलों की समीक्षा करते हुए विवेचनाओं में तेजी लाने और सुरक्षा-संबंधी अन्य जिम्मेदारियों पर दिशा-निर्देश दिए।
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निरीक्षण और आदेशों का सारांश
1. विवेचनाओं की समीक्षा
- अपर पुलिस अधीक्षक ने लंबित विवेचना मामलों का त्वरित और गुणात्मक निस्तारण सुनिश्चित करने हेतु निर्देश दिए।
- अर्दली कक्ष का निरीक्षण कर अधिकारियों को विवेचित मामलों को नियमित रूप से अद्यतन करने की आवश्यकता पर बल दिया।
2. इस्पेक्षन और गिरफ्तारियों का संकल्प
- अधिकारियों को बाकी अभियोगों पर शीघ्र कार्यवाई, गिरफ्तारी, और बरामदगी की प्रक्रिया तेज करने हेतु निर्देशित किया।
3. नियमों का प्रवर्तन – विशेष ध्यान वाहन नियमों पर
- चार पहिए / दो पहिया वाहनों पर चोरी-छिपे यात्रा, बिना हेलमेट चालक, तीन सवारी, बिना नंबर प्लेट, हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट, लाल या नीली बत्ती, और प्रेशर हॉर्न जैसे अवैध उपकरणों का उपयोग रोकने हेतु विशेष निगरानी बढ़ाने को कहा गया।
4. बैंकों की जांच
- बैंको के बाहर होने वाले संदेहास्पद व्यवहारों की नियमित निगरानी कर उचित कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश।
5. आईजीआरएस (IGRS) समस्याओं का समयबद्ध निस्तारण
- प्रार्थना-पत्रों का गुणवत्तापूर्ण और समय पर निस्तारण व सटीक समाधान आवश्यक है।
6. महिला हेल्प डेस्क का सक्षमीकरण
- महिला हेल्प डेस्क में प्राप्त शिकायतों को तत्काल दर्ज कर मुकदमा पंजीकृत करवाने का आह्वान किया गया।
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संदर्भ: Bahraich में पुलिस प्रशासन की जवाबदेही की मिसालें
- शिकायत निस्तारण में उत्कृष्टता: Bahraich पुलिस ने आईजीआरएस पोर्टल पर दर्ज 3,351 शिकायतों में से 115 अंक हासिल कर प्रदेश का शीर्ष स्थान हासिल किया।
- सख्त कार्यवाई: मोतीपुर क्षेत्र में चौकी प्रभारी समेत 7 पुलिसकर्मियों को अनुशासनहीनता के आरोप पर निलंबित किया गया।
- अधिक व्यापक फेरबदल: कर्तव्य में लापरवाही के चलते 55 पुलिसकर्मियों का तबादला और दो सिपाहियों को लाइन हाजिर किया गया।
- पिछले पर्वों में सुरक्षा मॉडल: महाशिवरात्रि और होली जैसे अवसरों पर ड्रोन, CCTV और पैदल गश्त जैसे सुरक्षा प्रबंधों से सुरक्षा सुनिश्चित की गई।
(इनकी तुलना आप पिछले प्रेस नोट से जोड़ सकते हैं।
Bahraich की संवेदनशील प्रक्रियाओं पर कार्यक्रम का प्रभाव
उपरोक्त सुरक्षा और प्रशासनिक उपाय इस बात का परिचायक हैं कि Bahraich प्रशासन न केवल पर्वों के दौरान सुरक्षा को सर्वोपरि रखता है, बल्कि जनता की शिकायत-प्रक्रिया को मजबूत करने में भी अग्रणी है। इससे प्रशासन और जनता के विश्वास में स्थिरता आती है।
निष्कर्ष
यह प्रेस नोट यह स्पष्ट करता है कि Bahraich पुलिस और प्रशासन आगामी पर्वों का निर्देशित, मजबूत और पारदर्शी अनुपालन सुनिश्चित करने हेतु सतर्क है। विवेचनाओं, यातायात व्यवस्था, शिकायतों के निस्तारण, और महिला सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में समयबद्ध और नियम आधारित कार्यवाई को प्राथमिकता दी जा रही है। यह एक सकारात्मक संदेश है, जो अन्य जिलों के लिए उदाहरण प्रस्तुत करता है।