संवाददाता . राजेश चौहान |
Bahraich (बहराइच) – उत्तर प्रदेश के जनपद बहराइच से एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। थाना मोतीपुर क्षेत्र में रहने वाले एक युवक ने अपनी पत्नी और तीन मासूम बच्चियों को नदी में फेंककर हत्या कर दी। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी।
पुलिस अधीक्षक बहराइच के निर्देशन और विशेष टीम की तत्परता से पुलिस ने आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी का नाम अनिरुद्ध कुमार पुत्र दौलतराम बताया जा रहा है। आरोपी को गायघाट पुल के पास से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बरामदगी में मृतका और बच्चियों के कपड़े, एक बच्ची की जूती और घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल जब्त की है।
घटना का पूरा विवरण
थाना मोतीपुर क्षेत्र के चौधरीगांव निवासी रमपता ने पुलिस को सूचना दी कि उनकी बेटी सुमन और तीन नातिनें—
- नंदिनी
- अंशिका
- लाडो
घर से अचानक गायब हो गई हैं। उन्होंने अपने दामाद अनिरुद्ध कुमार पर शक जताया।
शिकायत के आधार पर 19 अगस्त 2025 को थाना मोतीपुर में मु0अ0सं0 415/2025 धारा 140(1) बी.एन.एस. दर्ज किया गया।
आरोपी की गिरफ्तारी
पुलिस ने तेजी से छानबीन शुरू की। मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम ने 20 अगस्त 2025 को सुबह लगभग 9:45 बजे आरोपी को गायघाट पुल, थाना मोतीपुर (जिला Bahraich) से गिरफ्तार किया।
पूछताछ में आरोपी ने कबूल किया कि उसने 14 अगस्त 2025 को अपनी पत्नी और बच्चियों को मायके से बुलाया। इसके बाद उन्हें मिहींपुरवा कस्बे से लेकर जनपद खीरी के खमहरिया थाना क्षेत्र स्थित शारदा नदी पुल तक ले गया। वहां उसने पत्नी और तीनों बेटियों को नदी में धक्का दे दिया।
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बरामदगी
आरोपी की निशानदेही पर शारदा नदी के किनारे झाड़ियों से पुलिस को मृतका सुमन और बच्चियों के कपड़े, एक बच्ची की छोटी जूती और घटना में प्रयुक्त प्लेटिना मोटरसाइकिल (UP40AQ1433) बरामद हुई।
आपराधिक इतिहास
जांच के दौरान यह भी सामने आया कि आरोपी अनिरुद्ध कुमार पहले से ही आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहा है।
- वर्ष 2018 में उसने अपने भाई संतोष कुमार की हत्या कर दी थी।
- इस मामले में मु0अ0सं0 438/18 धारा 302, 201, 193, 120बी भा.द.वि. में आरोपी अनिरुद्ध के खिलाफ अभियोग विचाराधीन है।
बताया गया कि भाई की हत्या के बाद आरोपी ने अपने भाई की पत्नी को डरा-धमकाकर अपने साथ रखा और उससे दो बेटियां अंशिका और लाडो हुईं।
हत्या की वजह
पुलिस पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा हुआ। मृतका सुमन, जो कि आरोपी की पत्नी थी, 2018 में हुई भाई की हत्या मामले की अहम गवाह थी।
आरोपी को डर था कि मुकदमे में गवाही देने पर उसे सजा हो सकती है और भाई की संपत्ति भी हाथ से निकल जाएगी। इस डर और लालच में आरोपी ने पत्नी और बच्चियों की हत्या कर डाली।
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कानूनी धाराएं और कार्यवाई
पहले यह मुकदमा केवल धारा 140(1) बी.एन.एस. में दर्ज किया गया था। लेकिन बरामदगी और साक्ष्यों के आधार पर इसमें धारा 103(1), 238 बी.एन.एस. भी जोड़ी गई।
गिरफ्तारी के बाद आरोपी को मानवाधिकार आयोग और सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों का पालन करते हुए बरामद माल समेत न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया।
Bahraich: पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका
इस जघन्य घटना का पर्दाफाश करने वाली पुलिस टीम में शामिल थे –
- श्री आनन्द कुमार चौरसिया – थानाध्यक्ष मोतीपुर
- उपनिरीक्षक श्री शोभानाथ यादव
- हेड कांस्टेबल संतोष भारती
- हेड कांस्टेबल रविन्द्र नाथ मौर्या
- कांस्टेबल नितेश सिंह
- कांस्टेबल देवेन्द्र मिश्रा
इनकी तत्परता से Bahraich पुलिस ने इस सनसनीखेज केस का खुलासा कर जिले की कानून-व्यवस्था पर भरोसा कायम रखा।
Bahraich में दहशत और चर्चा
इस वारदात के बाद Bahraich जिले में मातम का माहौल है। लोग हैरान हैं कि एक पति अपने ही परिवार के साथ इतनी हैवानियत कैसे कर सकता है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि आरोपी का पुराना आपराधिक इतिहास था, लेकिन इतनी क्रूर वारदात की किसी ने कल्पना नहीं की थी।
कानून व्यवस्था और सरकार की चुनौती
यह घटना Bahraich पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती थी, जिसे उन्होंने समय पर सुलझा लिया। लेकिन यह सवाल भी उठता है कि ऐसे अपराधी समाज में घूमते कैसे रहते हैं।
प्रदेश सरकार लगातार अपराधियों के खिलाफ अभियान चला रही है, लेकिन जब एक आरोपी पर पहले से हत्या का मुकदमा चल रहा था तो उस पर कड़ी निगरानी क्यों नहीं रखी गई?
Bahraich जिले की यह घटना न सिर्फ एक दिल दहला देने वाला अपराध है, बल्कि समाज के लिए चेतावनी भी है कि घरेलू विवाद और लालच किस हद तक अपराध में बदल सकते हैं।
पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर अपनी जिम्मेदारी निभाई है। अब आगे की कार्यवाई न्यायालय में होगी।
यह घटना आने वाली पीढ़ियों के लिए सबक है कि अपराध का रास्ता अंततः विनाश की ओर ही ले जाता है।