Basti, Uttar Pradesh
उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले (Basti District) से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां के जिला अस्पताल (District Hospital Basti) में एक फर्जी डॉक्टर का भंडाफोड़ हुआ है। मास्क और गले में आला लगाए यह शख्स खुद को सीनियर डॉक्टर बताकर गंभीर मरीजों का इलाज कर रहा था। जब मरीज की तबीयत बिगड़ने पर लोगों ने उससे सवाल किए, तो वह जवाब देने में हिचकिचाने लगा और पकड़ा गया।
स्थानीय लोगों ने तुरंत इस नकली डॉक्टर को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। इस घटना से एक बार फिर जिला अस्पताल बस्ती की व्यवस्थाओं पर सवाल उठ खड़े हुए हैं।
मामला कैसे शुरू हुआ?
जानकारी के अनुसार, बस्ती जिले के रूधौली थाना क्षेत्र के निवासी लक्ष्मी नारायण अपनी पत्नी को गंभीर हालत में लेकर जिला अस्पताल पहुंचे थे। परिजन उम्मीद कर रहे थे कि जिला अस्पताल में बेहतर इलाज मिलेगा और मरीज की जान बचाई जा सकेगी।
लेकिन, इमरजेंसी वार्ड में करीब दो घंटे तक इलाज नहीं मिला। इस दौरान वहां मौजूद राज कुमार नामक युवक, जिसने अपने गले में आला और चेहरे पर मास्क लगा रखा था, खुद को सीनियर डॉक्टर बताने लगा। उसने मरीज को देखने के बाद कहा कि वह वॉर्डन से पूछकर बताएगा कि कौन सी दवा देनी है।
यहीं से परिजनों और अन्य लोगों को शक हुआ। धीरे-धीरे शक यकीन में बदल गया और यह साफ हो गया कि राज कुमार असली डॉक्टर नहीं है, बल्कि एक मुन्ना भाई एमबीबीएस बनकर अस्पताल में बैठा है।
हमारे यूट्यूब चैनल को देखने के लिए यहाँ क्लिक करें। ….
मरीज की मौत और हंगामा
परिजनों के अनुसार, इलाज में हुई देरी और लापरवाही के चलते महिला मरीज की हालत और गंभीर हो गई। ऑक्सीजन लेवल बहुत कम हो जाने के कारण उसकी मौत हो गई।
इस पर लोगों का गुस्सा भड़क गया। मौके पर ही नकली डॉक्टर राज कुमार को पकड़कर बुरी तरह फटकार लगाई गई और बाद में पुलिस को सौंप दिया गया।
हमारे फेसबुक पेज से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करे। …
अस्पताल प्रशासन का बयान
जिला अस्पताल के एसआईसी डॉ. खालिद रिजवान ने बताया कि –
“हमें सूचना मिली थी कि अस्पताल में एक अनजान व्यक्ति खुद को डॉक्टर बता रहा है। जब लोगों ने शक किया तो उसे पकड़कर पुलिस को सौंप दिया गया। उसके खिलाफ परिजनों से तहरीर लेकर एफआईआर दर्ज कराई गई है।”
उन्होंने यह भी कहा कि मरीज को सांस लेने में गंभीर समस्या थी और इलाज के दौरान उसकी मौत हुई। इलाज में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती गई।
पुलिस की कार्यवाही
पुलिस ने मौके से पकड़े गए राज कुमार नामक फर्जी डॉक्टर को हिरासत में ले लिया और उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया। अब यह जांच की जा रही है कि वह किस प्रकार अस्पताल में घुसकर इलाज कर रहा था और कितने दिनों से वहां सक्रिय था।
बस्ती में स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल
यह घटना बस्ती (Basti) की स्वास्थ्य सेवाओं की पोल खोलती है। पहले से ही डॉक्टरों की कमी और अव्यवस्था से जूझ रहे अस्पताल में अब नकली डॉक्टरों का इलाज करना मरीजों की जान पर भारी पड़ रहा है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि –
- “अगर समय रहते इलाज मिलता तो मरीज की जान बच सकती थी।”
- “जिला अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था और जांच प्रक्रिया इतनी लचर है कि कोई भी नकली डॉक्टर अंदर आकर मरीजों का इलाज करने लग जाता है।”
गुस्साए परिजनों की मांग
मृतका के परिजनों और ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि –
- अस्पताल में फर्जी डॉक्टर को घुसने की अनुमति कैसे मिली, इसकी जांच की जाए।
- दोषी कर्मचारियों पर सख्त कार्यवाही हो।
- मृतका के परिवार को मुआवजा दिया जाए।
- अस्पताल की सुरक्षा और इलाज व्यवस्था को दुरुस्त किया जाए।
बस्ती जिला अस्पताल की बदहाल स्थिति
यह पहला मामला नहीं है जब Basti District Hospital चर्चा में आया है।
- पहले भी यहां डॉक्टरों की कमी, दवाओं की उपलब्धता न होना और लापरवाही के कई मामले सामने आते रहे हैं।
- ग्रामीण इलाकों से लोग यहां इलाज कराने आते हैं, लेकिन उन्हें समय पर इलाज और सुविधा नहीं मिलती।
- इस वजह से Basti के मरीज अक्सर गोरखपुर या लखनऊ तक रेफर कर दिए जाते हैं।
इस पूरे प्रकरण ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि बस्ती (Basti) की स्वास्थ्य सेवाएं कितनी कमजोर हैं। एक फर्जी डॉक्टर का जिला अस्पताल में पहुंचकर इलाज करना न केवल प्रशासन की लापरवाही है, बल्कि यह लोगों की जान से खिलवाड़ भी है।
अगर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग समय रहते कदम नहीं उठाते, तो ऐसे मामले भविष्य में और भी खतरनाक हो सकते हैं।
संदिग्ध परिस्थितियों में होमगार्ड जवान ने दी जान, विभागीय लापरवाही पर उठे सवाल !