News Time Nation BASTI, | संवाददाता, धर्मेंद्र द्विवेदी |
उत्तर प्रदेश का एक संवेदनशील जिला, एक बार फिर एक दर्दनाक और शर्मनाक घटना के कारण सुर्खियों में है। सोनहा थाना क्षेत्र स्थित एक गांव में नाबालिग दलित युवती के साथ गैंगरेप की घटना ने पूरे जिले को झकझोर कर रख दिया है। घटना को अंजाम देने वाले विशेष समुदाय के तीन युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में दो महिलाओं को भी हिरासत में लिया गया है, जिनकी भूमिका संदिग्ध पाई गई है।
प्रेसवार्ता के दौरान CO रूधौली स्वर्णिमा सिंह ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि कैसे पुलिस ने तीनों आरोपियों को चिह्नित कर त्वरित कार्रवाई की।
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📍 BASTI: कहां और कैसे घटी यह दर्दनाक घटना?
यह घटना BASTI जिले के सोनहा थाना क्षेत्र के एक गांव की है, जहां एक नाबालिग दलित युवती अपनी मां के साथ रहती थी। आरोप है कि विशेष समुदाय के तीन युवकों ने सुनियोजित तरीके से युवती को निशाना बनाया और बारी-बारी से उसके साथ दुष्कर्म किया।
युवती की मां ने बताया कि वह मदद के लिए चिल्लाती रही, लेकिन आरोपी अपनी हरकतों से बाज नहीं आए। यह एक ऐसा क्षण था जिसने मानवता को शर्मसार कर दिया।
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🕵️♀️ पुलिस की शुरुआती लापरवाही और बाद की सख्ती
घटना सामने आने के बाद, स्थानीय पुलिस पर लापरवाही के गंभीर आरोप लगे। शुरुआत में पुलिस ने मामले को दबाने का प्रयास किया और एफआईआर दर्ज करने में टालमटोल करती रही।
मगर जब मामला मीडिया और सामाजिक संगठनों के माध्यम से तूल पकड़ने लगा, तब जाकर:
- FIR दर्ज की गई
- विशेष जांच टीम (SIT) बनाई गई
- SP बस्ती के आदेश पर जांच तेज की गई
इस केस को लेकर पुलिस महकमे की काफी किरकिरी हुई, जिसके बाद थाना प्रभारी सोनहा, चौकी इंचार्ज और एक सिपाही को लापरवाही के आरोप में लाइन हाजिर कर दिया गया।
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🎙️ प्रेसवार्ता: CO रूधौली स्वर्णिमा सिंह ने किए बड़े खुलासे
पुलिस लाइन सभागार, BASTI में आयोजित प्रेसवार्ता में CO स्वर्णिमा सिंह ने बताया कि:
“घटना बेहद गंभीर और निंदनीय थी। तीनों मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही दो महिलाओं को भी हिरासत में लिया गया है जिनकी भूमिका घटना में संदिग्ध पाई गई है।”
उन्होंने बताया कि पीड़िता की मेडिकल जांच पूरी हो चुकी है और बयान धारा 164 CrPC के तहत मजिस्ट्रेट के समक्ष दर्ज कराया गया है।
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👮♂️ पुलिस की कार्रवाई और केस की प्रगति
गिरफ्तार आरोपी:
- पहला आरोपी – मुख्य साजिशकर्ता
- दूसरा आरोपी – वारदात में सक्रिय भागीदारी
- तीसरा आरोपी – युवती पर जबरन दबाव बनाने में शामिल
- दो महिलाएं – आरोपियों को सहयोग करने और पीड़िता को फंसाने की भूमिका में
प्रमुख धाराएं:
- धारा 376D (गैंगरेप)
- पास्को एक्ट (POCSO Act) – चूंकि पीड़िता नाबालिग है
- SC/ST एक्ट – दलित युवती के साथ अपराध होने के कारण
- धारा 120B – साजिश रचने के लिए
अन्य तथ्य:
- केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में भेजने की प्रक्रिया शुरू
- डीएनए टेस्ट और फॉरेंसिक जांच की जा रही है
- गवाहों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है
📸 मॉक ड्रामा बनाम असली कार्रवाई: BASTI में पुलिस की छवि पर सवाल
यह मामला BASTI पुलिस की कार्यशैली और संवेदनशीलता पर सवाल उठाता है। आम जनता के बीच यह धारणा बन गई कि:
- अगर मीडिया दबाव न होता, तो पुलिस शायद कार्रवाई न करती
- प्रशासन शुरू में दबाव में था, लेकिन सोशल मीडिया के ज़रिए केस खुला
🔥 सामाजिक संगठनों और आम जनता की प्रतिक्रिया
इस घटना के खिलाफ BASTI जिले भर में गुस्सा देखने को मिला। प्रमुख सामाजिक संगठनों और नागरिकों ने:
- कैंडल मार्च और धरना दिया
- #JusticeForDalitGirl ट्रेंड करवाया
- प्रशासन से कड़ी कार्रवाई और न्याय की मांग की
🧠 पीड़िता और उसके परिवार को दी गई सहायता
BASTI प्रशासन ने पीड़िता और उसके परिवार को:
- राज्य सरकार द्वारा अनुमोदित मुआवजा राशि उपलब्ध कराने की प्रक्रिया शुरू की
- मनोवैज्ञानिक परामर्श और सहायता प्रदान की
- परिवार को सुरक्षा उपलब्ध कराई गई
🛑 विशेष समुदाय का नाम आने पर प्रशासन अलर्ट
घटना में विशेष समुदाय के युवकों का नाम आने के बाद सांप्रदायिक तनाव की स्थिति बनने लगी थी। लेकिन प्रशासन और खुफिया एजेंसियों ने हालात पर काबू पा लिया और क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखी।
🧾 BASTI के लिए यह एक चेतावनी है
यह घटना बताती है कि जब तक:
- पुलिस सतर्क न हो
- सामाजिक चेतना जागृत न हो
- और कानून का डर न हो
तब तक इस तरह की निर्मम घटनाएं होती रहेंगी।
BASTI जैसे जिले, जहाँ जातीय और सामुदायिक संतुलन नाजुक होता है, वहाँ ऐसी घटनाएं केवल अपराध नहीं, सामाजिक असंतुलन को जन्म देती हैं।
✍️ निष्कर्ष: BASTI को चाहिए त्वरित न्याय
घटना ने BASTI जिले को राष्ट्रीय चर्चा का केंद्र बना दिया है। प्रशासन की जवाबदेही, समाज की भागीदारी और पीड़िता को न्याय दिलाने की संगठित कोशिशें ही इस मामले को एक न्यायपूर्ण अंत तक पहुँचा सकती हैं।