बिल्हौर विधानसभा के ग्राम कमालपुर स्थित गौशाला में गाय माता की दुर्दशा और सरकार द्वारा गौशाला के नाम पर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का मामला उजागर हुआ है। पूर्व विधायक प्रत्याशी और समाजवादी पार्टी की नेत्री रचना सिंह गौतम ने इस घोटाले को लेकर कड़ा हमला बोला है और कहा है कि गौशाला में गाय माता भूख-प्यास और बिमारी से तड़प रही हैं, जबकि योगी सरकार केवल अधिकारियों का पेट भरने में लगी है।
बिल्हौर के गौशाला में गायों की स्थिति भयावह
रचना सिंह ने बताया कि कमालपुर गौशाला में गाय माता की हालत बेहद खराब है। गायें भूख-प्यास से तड़प रही हैं और रोजाना कई गायों की मृत्यु हो रही है। उन्होंने कहा,
“गौशाला तो खोली गई है लेकिन वहां गायों के चारे, दवाई और इलाज के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। गौशाला की न तो कोई देखरेख है और न ही बीमार गायों के इलाज के लिए कोई डॉक्टर मौजूद है।”
योगी सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप
पूर्व विधायक प्रत्याशी ने आरोप लगाया कि सरकार गौशालाओं के लिए बजट तो निकालती है लेकिन वह बजट अधिकारियों और संबंधित लोगों के बीच बंटवारा हो जाता है। असल में वह राशि गायों की देखभाल के लिए खर्च नहीं होती।
रचना सिंह ने कहा,
“यह समस्या केवल कमालपुर की गौशाला तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश की सभी सरकारी गौशालाओं की हालत समान है। सरकार ने गौशालाओं के नाम पर केवल दिखावा किया है।”
गौशाला का महत्व और सरकार की जिम्मेदारी
गाय माता को हिन्दू धर्म में विशेष स्थान दिया गया है और उनकी देखभाल हमारी सामाजिक और धार्मिक जिम्मेदारी है। गौशालाओं का उद्देश्य ही गायों को सुरक्षित आश्रय देना और उनकी देखभाल करना है।
रचना सिंह ने कहा,
“सरकार को चाहिए कि वे बजट का सही उपयोग करें, गौशालाओं में पशुचिकित्सकों को नियुक्त करें और नियमित चारा, दवाई आदि उपलब्ध कराएं ताकि गायों की जान बचाई जा सके।”
स्थानीय जनता की प्रतिक्रिया
ग्रामवासियों ने भी इस समस्या पर चिंता जताई है। उनका कहना है कि गौशाला में गायों की इस दुर्दशा को देखकर वे बहुत दुखी हैं। वे चाहते हैं कि सरकार इस ओर तुरंत ध्यान दे और गौशाला में सुधार करे।