संवाददाता , योगेश यादव
सुल्तानपुर (बल्दीराय ब्लॉक) – ग्राम सभा दक्खिनगांव में बनी लगभग 10 लाख रुपये की लागत वाली सीसी सड़क महज़ चार महीने में टूटने लगी है।
यह सड़क रामानन्दन पांडेय के घर से परसी तारा मोड़ तक बनाई गई थी, लेकिन अब इसकी हालत देखकर ग्रामीणों में नाराज़गी और आक्रोश है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि सड़क निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल हुआ है और इस पूरे प्रकरण की जांच की मांग की गई है।
News Time Nation Sultanpur की टीम ने मौके पर जाकर ज़मीनी हालात की पड़ताल की और लोगों से बातचीत कर इस खबर को विस्तार से आपके सामने लाया है।
घटना का स्थान: ग्राम सभा दक्खिनगांव, बल्दीराय ब्लॉक, सुल्तानपुर
- स्वीकृति की तारीख: 8 जनवरी 2025
- अनुमानित लागत: ₹10 लाख
- निर्माण स्थान: रामानन्दन पांडेय के घर से परसी तारा मोड़ तक
- समयावधि: महज़ 4 महीने में सड़क जगह-जगह से उखड़ने लगी
ग्रामीणों का आरोप: ‘घटिया सामग्री से हुआ निर्माण’
स्थानीय निवासी विकास शुक्ला का बयान:
“निर्माण के समय ही हमने अधिकारियों को घटिया कार्य की जानकारी दी थी। पर हमारी बातों को नजरअंदाज कर दिया गया। अब सड़क उखड़ रही है और पैसे की बर्बादी साफ दिख रही है।”
अन्य ग्रामीणों ने बताया:
- रोड की मोटाई अपेक्षा से कम है।
- सीमेंट की जगह कहीं-कहीं सिर्फ मिट्टी और गिट्टी का उपयोग दिख रहा है।
- न तो सही तरीके से रोलर चला और न ही समय पर पानी डाला गया।
प्रशासन को भेजा गया प्रार्थना पत्र
विकास शुक्ला समेत दर्जनों ग्रामीणों ने खंड विकास अधिकारी (B.D.O.) बल्दीराय को एक लिखित शिकायत सौंपी है।
प्रार्थना पत्र में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि:
- पूरी निर्माण प्रक्रिया की स्वतंत्र जांच करवाई जाए।
- दोषी अधिकारियों/ठेकेदारों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
- भविष्य में इस तरह की लापरवाही को रोका जाए।
सीसी रोड निर्माण: सरकारी गाइडलाइन क्या कहती है?
सरकार द्वारा जारी सीसी रोड निर्माण की गाइडलाइन के अनुसार:
तत्व | मापदंड |
---|---|
सीमेंट का मिश्रण | 1:2:4 या 1:3:6 ग्रेड |
रोड की मोटाई | कम से कम 6 इंच |
रोलर कंप्रेशन | आवश्यक |
निर्माण अवधि | 3-4 सप्ताह में पूरा हो |
क्यूसी चेक | गुणवत्ता नियंत्रण अनिवार्य |
News Time Nation Sultanpur की टीम ने पाया कि इस रोड में न तो सही ग्रेड का सीमेंट उपयोग हुआ और न ही रोड की मोटाई तय मानकों के अनुसार है।
ग्राउंड रिपोर्ट: तस्वीरों में उखड़ती सड़क की सच्चाई
(यहाँ आप WordPress में गैलरी या स्लाइडशो इमेज डाल सकते हैं:)
- जगह-जगह से टूटी सड़क की तस्वीरें
- सीमेंट की जगह मिट्टी और गिट्टी के दृश्य
- ग्रामीणों द्वारा सड़क पर खड़ी समस्या दिखाते हुए
- खंड विकास अधिकारी को सौंपे गए प्रार्थना पत्र की प्रति
जनता की प्रतिक्रिया: सवालों के घेरे में निर्माण कार्य
News Time Nation Sultanpur के सर्वे परिणाम:
प्रश्न | हाँ (%) | नहीं (%) |
---|---|---|
क्या सड़क निर्माण में घोटाला हुआ है? | 91% | 9% |
क्या प्रशासन को जांच करनी चाहिए? | 96% | 4% |
क्या दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए? | 98% | 2% |
राजनीतिक चुप्पी या रणनीति?
फिलहाल स्थानीय जनप्रतिनिधियों की तरफ से कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं आई है।
ग्रामीणों का कहना है कि चुनाव के समय नेता गांव आते हैं, लेकिन काम की गुणवत्ता की निगरानी कोई नहीं करता।
News Time Nation Sultanpur ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन कोई औपचारिक बयान नहीं मिला।
विश्लेषण: क्या है असली जिम्मेदार?
इस प्रकार की खराब निर्माण प्रक्रिया के पीछे तीन प्रमुख कारण देखे जा सकते हैं:
- निगरानी की कमी: निर्माण के दौरान अधिकारियों द्वारा निरीक्षण नहीं किया गया।
- मानकों की अनदेखी: तय मापदंडों का पालन नहीं किया गया।
- ठेकेदार की मनमानी: सस्ती सामग्री और घटिया निर्माण से लागत बचाने का प्रयास।
News Time Nation Sultanpur की राय
“जनता का पैसा, जनता के लिए है। अगर 10 लाख की सड़क महज़ 4 महीने भी न टिक सके, तो यह सीधा-सीधा भ्रष्टाचार है। ऐसे में शासन-प्रशासन को न केवल जांच करनी चाहिए बल्कि दोषियों को दंडित भी करना चाहिए ताकि अगली बार निर्माण कार्य में पारदर्शिता और गुणवत्ता सुनिश्चित हो।”
निष्कर्ष: पारदर्शिता और जवाबदेही की माँग
- दक्खिनगांव की यह सीसी सड़क एक प्रशासनिक उदासीनता और संविदानुसार निर्माण की अवहेलना का उदाहरण बन चुकी है।
- ग्रामीणों ने जो जांच की गुहार लगाई है, वह न्याय और पारदर्शिता की मांग है।
- प्रशासन को इस मामले को सख्ती से लेना चाहिए, ताकि भविष्य में जनता की गाढ़ी कमाई से बने प्रोजेक्ट ऐसी दुर्दशा का शिकार न हों।