हरतालिका तीज व्रत में पूजन के दौरान राशि के अनुरूप रंगों वाले परिधान का चयन महिलाओं के लिए विशेष लाभकारी होगा। जन्म तारीख के अनुरूप रंग का चयन भी व्रती महिलाओं के लिए सुख-सौभाग्य और समृद्धि में विशेष प्रभाव छोड़ेगा। भृगुसंहिता विशेषज्ञ पं. वेदमूर्ति शास्त्रत्ती के अनुसार ज्योतिष शास्त्रत्त् में मनुष्य और रंगों के अंतरसंबंधों को बहुत ही व्यापक रूप से दर्शाया गया है। अलग-अलग राशि के जातकों पर अलग-अलग रंगों का प्रभाव होता है। ऐसे में यदि रंग विशेष के परिधान में धार्मिक अनुष्ठानों किए जाएं तो अनुष्ठान अधिक प्रभावी हो जाता है।
जन्म तारीख के अनुसार रंगों का चयन
जिन जातकों को अपनी राशि न पता हो वे जन्म की तारीख के हिसाब से रंगों का चयन कर सकते है।
जन्मतिथि- रंग
1, 10, 19 व 28- लाल, गुलाबी, केसरिया,
2, 11, 20 व 29- सफेद और क्रीम
3, 12, 21 व 30- पीला व सुनहरा पीला
4, 13, 22 व 31- सभी प्रकार के चमकीले, चटकीले या हल्का स्लेटी
5, 14 व 23 – हरा, धानी व फिरोजी
6, 15 व 24- आसमानी नीला
7, 16 व 25- स्लेटी व ग्रे
8, 17 व 26- ग्रे व नीला रंग
9, 18 व 27- लाल, गुलाबी व नारंगी
राशि के अनुरूप रंग का चयन-
● मेष लाल, गुलाबी,
● वृष क्रीम,
● मिथुन धानी व फिरोजी,
● कर्क हल्का पीला व क्रीम,
● सिंह लाल, गुलाबी, सुनहरा,
● कन्या फिरोजी व हल्का हरा,
● तुला क्रीम व आसमानी नीला,
● वृश्चिक लाल, गुलाबी, सुनहरा,
● धनु सुनहरा व पीला,
● मकर लाइट ग्रे,
● कुम्भ हल्का नीला व भूरा
● मीन हल्का व गहरा पीला
30 को रखा जाएगा हरतालिका व्रत
भादो शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर पड़ने वाली हरतालिका तीज इस बार 30 अगस्त को है। ज्योतिषविद् विमल जैन ने बताया कि तृतीया तिथि 29 अगस्त सोमवार को दिन में 3 बजकर 21 मिनट पर लगेगी जो कि 30 अगस्त को दिन में 3 बजकर 34 मिनट तक रहेगी। हस्त नक्षत्र 29 अगस्त को रात्रि 11 बजकर 04 मिनट पर लगेगा, जो कि अगले दिन 30 अगस्त को रात्रि 11 बजकर 50 मिनट तक रहेगा। उदया तिथि के अनुसार 30 अगस्त को हरतालिका तीज का व्रत रखा जाएगा। व्रत को विधि-विधान पूर्वक करने पर अखण्ड सौभाग्य बना रहता है। पारण चतुर्थी तिथि के दिन 31 अगस्त को किया जाएगा।