रिपोर्ट:,अली जावेद
स्थान: जालौन, उत्तर प्रदेश
घटना का विवरण
उत्तर प्रदेश के जालौन (Jalaun) जिले से एक दर्दनाक घटना सामने आई है। थाना रामपुरा क्षेत्र के जुहीका पुल पर एक व्यक्ति ने अपनी दो मासूम बच्चियों (उम्र करीब 2 और 4 वर्ष) को नदी में फेंक दिया और उसके बाद खुद भी छलांग लगा दी। घटना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई और मौके पर भारी भीड़ इकट्ठा हो गई।
मौके पर तुरंत क्षेत्राधिकारी माधौगढ़ और थाना प्रभारी रामपुरा पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे और बचाव कार्य शुरू कराया।
आरोपी की पहचान
Jalaun: पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपी व्यक्ति का नाम रज्जन है। बताया जा रहा है कि रज्जन का अपनी पत्नी के साथ विवाद चल रहा था। इसी घरेलू कलह से परेशान होकर उसने यह खौफनाक कदम उठाया।
- आरोपी: रज्जन
- उम्र: लगभग 35 वर्ष
- बेटियां: 1. बड़ी बेटी – उम्र 4 वर्ष
2. छोटी बेटी – उम्र 2 वर्ष - स्थान: जुहीका पुल, थाना रामपुरा, जिला जालौन
सर्च ऑपरेशन जारी
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय गोताखोर और नाविक बुलाए गए।
नदी में तीनों की तलाश के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया।
- स्थानीय गोताखोर पानी में उतरे
- नावों की मदद से तलाशी अभियान
- पुलिस ने आसपास के इलाकों में भी अलर्ट जारी किया
- नदी के किनारे परिजन व ग्रामीणों की भीड़ उमड़ी
Jalaun: पुलिस का बयान
क्षेत्राधिकारी माधौगढ़ ने मीडिया से बातचीत में बताया:
“आज सुबह थाना रामपुरा क्षेत्र के जुहीका पुल से एक व्यक्ति ने अपनी दो पुत्रियों को नदी में फेंककर स्वयं भी छलांग लगा दी। घटना का कारण पारिवारिक विवाद प्रतीत हो रहा है। पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कराया है। गोताखोरों और नावों की मदद से तलाशी अभियान जारी है।”
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जालौन में बढ़ रही घरेलू कलह की घटनाएं
यह पहली बार नहीं है कि जालौन (Jalaun) में घरेलू विवाद ने ऐसी दर्दनाक घटना को जन्म दिया है। बीते कुछ वर्षों में यहां कई मामले सामने आए हैं, जहां पति-पत्नी के झगड़े ने पूरे परिवार को बर्बाद कर दिया।
पिछले मामलों की झलक:
- 2023 में माधौगढ़ क्षेत्र में पति-पत्नी के विवाद के चलते महिला ने खुदकुशी कर ली थी।
- 2024 में जालौन कस्बे में एक व्यक्ति ने आर्थिक तंगी और पारिवारिक झगड़े से परेशान होकर फांसी लगा ली थी।
- अब 2025 में यह घटना सामने आई है, जिसमें मासूम बच्चियों को भी अपनी जान गंवानी पड़ी।
समाज में सवाल
यह घटना कई सवाल खड़े करती है –
- आखिर घरेलू कलह का खामियाजा मासूम बच्चों को क्यों भुगतना पड़ता है?
- मानसिक तनाव और गुस्से में लोग इतने खौफनाक कदम क्यों उठा लेते हैं?
- क्या समाज और प्रशासन इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए पर्याप्त कदम उठा रहा है?
प्रशासन की चुनौतियां
जालौन प्रशासन (Jalaun Administration) के सामने अब दोहरी चुनौती है –
- पीड़ित परिवार को न्याय दिलाना
- इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सामाजिक जागरूकता बढ़ाना
Jalaun पुलिस ने कहा है कि मामले की गहन जांच होगी और मृतकों के शव मिलते ही पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाएगा।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
घटना से पूरा क्षेत्र स्तब्ध है। स्थानीय लोगों ने बताया कि रज्जन अक्सर अपनी पत्नी से विवाद करता था। कुछ दिन पहले भी दोनों में झगड़ा हुआ था। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन को ऐसे परिवारों की समय रहते काउंसलिंग करनी चाहिए, ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
घटनास्थल से तस्वीर (Visuals for News Portals)
- नदी किनारे रोते-बिलखते परिजन
- बचाव कार्य में जुटी पुलिस और गोताखोर
- घटना स्थल पर जुटी भारी भीड़
- पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी
जालौन जिले में आत्महत्या और हत्या की बढ़ती घटनाएं
हाल के वर्षों में जालौन (Jalaun) जिला आत्महत्या और घरेलू हिंसा के मामलों को लेकर सुर्खियों में रहा है।
2024–25 के आंकड़े (अनुमानित):
- घरेलू विवाद से जुड़ी घटनाएं – 250+
- आत्महत्या के मामले – 100+
- पारिवारिक कलह के चलते बच्चों की मौत – 20+
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आगे की कार्रवाई
- पुलिस ने आरोपी रज्जन की तलाश और घटनाक्रम की जांच शुरू कर दी है।
- फिलहाल तीनों की तलाश नदी में जारी है।
- प्रशासन ने SDRF टीम से मदद लेने की भी तैयारी शुरू कर दी है।
जालौन (Jalaun) जिले की यह घटना न सिर्फ दिल दहला देने वाली है, बल्कि समाज के लिए एक चेतावनी भी है। घरेलू विवादों को हल करने के लिए बातचीत और काउंसलिंग जरूरी है, न कि आत्मघाती कदम।
मासूम बच्चों का इस तरह मौत के मुंह में जाना पूरे जिले के लिए गहरी पीड़ा का विषय है।