संवाददाता , योगेश यादव
परिचय: एकता, नेतृत्व और शिक्षण के लिए नई दिशा
उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जनपद में स्थित जामिया इस्लामिया में 3 सितंबर 2025 को जमीअत उलेमा सुल्तानपुर की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में न केवल उलेमा, मदरसा शिक्षक व सामाजिक प्रतिनिधि उपस्थित रहे, बल्कि इससे जुड़े प्रशासनिक और शैक्षिक संगठनों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति ने इस आयोजन को ऐतिहासिक बना दिया।
News Time Nation Sultanpur की इस विशेष रिपोर्ट में जानिए इस बैठक की प्रमुख बातें, नियुक्त हुए नए पदाधिकारी, लिए गए निर्णय और आगामी योजनाएं।
बैठक का आयोजन: जमाअत की एकजुटता का परिचायक
➤ तिथि: 3 सितंबर 2025
➤ स्थान: जामिया इस्लामिया, सुल्तानपुर
➤ अध्यक्षता: मौलाना मुहम्मद उस्मान कासमी (नाजिम-ए-आला, जामिया इस्लामिया खैराबाद)
➤ मुख्य अतिथि: मौलाना मुफ्ती जमीलुर रहमान कासमी
(अध्यक्ष, जमीअत उलेमा जिला प्रतापगढ़ एवं जनरल सेक्रेटरी, दीनि तालीमी बोर्ड यूपी)
महत्वपूर्ण निर्णय
बैठक में संगठन को नई दिशा देने के लिए कई अहम निर्णय लिए गए। इनमें से कुछ विशेष बिंदु निम्नलिखित हैं:
1. संरक्षक का चयन
- मौलाना मुहम्मद उस्मान कासमी को सर्वसम्मति से जिला जमीअत सुल्तानपुर का संरक्षक चुना गया।
- यह निर्णय संगठन की एकता और अनुभव आधारित नेतृत्व को मजबूत करने के लिए लिया गया।
2. अध्यक्ष की नियुक्ति
- मौलाना मुथर इस्लाम कासमी को नया अध्यक्ष घोषित किया गया।
- उन्होंने वादा किया कि वह संगठन को मज़बूती से आगे बढ़ाएंगे।
3. महासचिव की नियुक्ति
- मुफ्ती मुहम्मद तौफीक कासमी को महासचिव के रूप में नामित किया गया।
- उन्होंने दीन और शिक्षा के क्षेत्र में निष्ठा से काम करने का संकल्प लिया।
नई कार्यकारिणी: जमीअत उलेमा सुल्तानपुर
संरक्षक:
- मौलाना मुहम्मद उस्मान कासमी
अध्यक्ष:
- मौलाना मुथर इस्लाम कासमी
उपाध्यक्षगण:
- मौलाना मुहम्मद कासिम कासमी
- मौलाना सईद अहमद कासमी
- मौलाना और मुफ्ती अब्दुल रशीद कासमी
- मौलाना मुहम्मद मुराद कासमी
महासचिव:
- मुफ्ती मुहम्मद तौफीक कासमी
सचिवगण:
- मौलाना अब्दुल बारी मजाहिरी
- मौलाना और मुफ्ती मुहम्मद इरफान कासमी
- कारी अब्दुल अली
- हाफिज मुहम्मद अरशद
सहायक कोषाध्यक्ष:
- हाफिज मुहम्मद इरशाद
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संगठन की भूमिका और लक्ष्य
शिक्षा का विस्तार
जमीअत उलेमा की यह शाखा खासकर दीन और आधुनिक शिक्षा को एक साथ लेकर चलने की दिशा में काम करती है। आगामी वर्षों में:
- अधिक मदरसों को संगठित किया जाएगा
- विद्यार्थियों के लिए स्कॉलरशिप योजनाएँ चलाई जाएंगी
- डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे
सामाजिक मुद्दों पर काम
- समाज में व्याप्त अज्ञानता, अशिक्षा और सांप्रदायिकता के खिलाफ जन-जागरण अभियान
- गरीब छात्रों और विधवाओं की सहायता
- कानूनी सहायता केंद्र की स्थापना की योजना
विश्लेषण: नेतृत्व परिवर्तन से क्या बदल सकता है?
अनुभव और युवा सोच का मेल
नव नियुक्त पदाधिकारी वरिष्ठ और युवा नेतृत्व का मिश्रण हैं।
इससे उम्मीद की जा रही है कि संगठन दीन की बुनियाद पर समाज के प्रति नई दृष्टिकोण से कार्य करेगा।
प्रभाव बढ़ाने की दिशा में कदम
- संगठित नेतृत्व क्षेत्रीय जमीअत की आवाज़ को राज्य स्तर पर प्रभावशाली बना सकता है
- जमीअत की साख और कार्यक्षमता दोनों में इज़ाफा होगा
मुख्य वक्ताओं के विचार
मौलाना मुहम्मद उस्मान कासमी (संरक्षक):
“हमारा उद्देश्य है कि दीन और दूनिया दोनों की शिक्षा को मज़बूती दी जाए। जमीअत को समाज के हर हिस्से तक पहुँचाना हमारी प्राथमिकता होगी।”
मौलाना मुथर इस्लाम कासमी (अध्यक्ष):
“संगठन को सेवा और समर्पण के साथ आगे बढ़ाएंगे। हर क्षेत्र के उलेमा और शिक्षक इसमें भागीदार बनेंगे।”
मुफ्ती जमीलुर रहमान कासमी (मुख्य अतिथि):
“जमीअत केवल एक धार्मिक संगठन नहीं, यह समाजिक परिवर्तन की धुरी है। नए नेतृत्व से हम सबको बहुत आशाएं हैं।”
News Time Nation Sultanpur क्यों कर रहा है इस बैठक को कवर?
“News Time Nation Sultanpur” का उद्देश्य केवल समाचार देना नहीं, बल्कि समाज के निर्माण में अग्रणी संस्थाओं और घटनाओं को प्रकाश में लाना है।
इस बैठक का महत्व इसलिए भी है क्योंकि:
- यह शिक्षा, सामाजिक जागरूकता और एकजुटता के क्षेत्र में बड़ी भूमिका निभा सकती है
- स्थानीय नेतृत्व को प्रोत्साहन मिलता है
- युवा पीढ़ी को सही दिशा मिलती है
भविष्य की योजनाएं
- जिले के प्रत्येक ब्लॉक में दीनि शिक्षा सम्मेलन आयोजित करने की योजना
- मदरसों को डिजिटल रूप से जोड़ने के लिए IT शिक्षा केंद्र की शुरुआत
- महिलाओं के लिए विशेष शिक्षा कार्यक्रम और मदरसा ट्रेनिंग सेमिनार
- वित्तीय पारदर्शिता के लिए कोष समीक्षा प्रणाली का गठन
कार्यक्रम की झलकियाँ
- सभी वक्ताओं ने कुरान की आयतों से शुरुआत की
- जलपान के बाद प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र भी वितरित किए गए
- युवाओं ने ‘दीनी शिक्षा का महत्व’ विषय पर भाषण प्रतियोगिता में भाग लिया
- अंत में दुआ और देश व समाज की खुशहाली की कामना की गई
निष्कर्ष: नई शुरुआत की ओर एक ऐतिहासिक कदम
जमीअत उलेमा सुल्तानपुर की यह बैठक अपने आप में एक ऐतिहासिक आयोजन थी। इससे यह स्पष्ट हो गया है कि धार्मिक संस्थाएँ केवल धार्मिक दायरे में सीमित नहीं, बल्कि समाज सुधार, शिक्षा और नेतृत्व निर्माण में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं।
News Time Nation Sultanpur इस पहल का स्वागत करता है और भविष्य में भी ऐसे आयोजनों की पारदर्शी व निष्पक्ष कवरेज करता रहेगा।