लखीमपुर खीरी: 35 दिनों से बंद सड़क पर प्रशासन की निष्क्रियता पर जनता ने उठाई आवाज!

लखीमपुर खीरी: 35 दिनों से बंद सड़क पर प्रशासन की निष्क्रियता पर जनता ने उठाई आवाज!खीरी जिले में भीरा-पलिया सड़क पिछले 35 दिनों से बंद है, जिससे न केवल ट्रांसपोर्टर्स बल्कि आम जनता को भी भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन की लापरवाही और एनएच विभाग की निष्क्रियता ने इस समस्या को और भी गंभीर बना दिया है। ट्रांसपोर्टर्स का गुस्सा फूट पड़ा है और उन्होंने पलिया एसडीएम के तानाशाही बर्ताव के खिलाफ जमकर नारेबाजी की है।

ट्रांसपोर्टर्स का गुस्सा और प्रशासन की लापरवाही

ट्रांसपोर्टर्स का कहना है कि प्रशासन की लापरवाही के चलते उन्हें भारी नुकसान हो रहा है। उनके ट्रकों और गाड़ियों को चलाने में हो रही दिक्कतें उनकी आमदनी पर बुरा असर डाल रही हैं। ट्रांसपोर्टर्स ने एसडीएम के तानाशाही बर्ताव को लेकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया और “एसडीएम मुर्दाबाद” के नारे लगाए।

शारदा नदी की बाढ़ और सड़क की दुर्दशा

शारदा नदी की बाढ़ के कारण भीरा-पलिया सड़क पर पानी भर गया था। अवैध खनन के चलते सड़क की स्थिति और भी बदतर हो गई है। नदी का रुख पलिया कस्बे की तरफ हो जाने के कारण कस्बे की दुर्दशा हो गई है।

एनएच विभाग की निष्क्रियता

एनएच विभाग की निष्क्रियता भी इस समस्या के लिए जिम्मेदार मानी जा रही है। ट्रांसपोर्टर्स और आम जनता का आरोप है कि एनएच विभाग के अधिकारियों ने इस समस्या को नजरअंदाज किया है और उनकी कार्यशैली में भारी लापरवाही बरती गई है।

जनमानस की परेशानियां

आम जनता को इस सड़क बंद के कारण भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। स्कूल जाने वाले बच्चों, दफ्तर जाने वाले कर्मचारी, और दैनिक आवश्यकताओं के लिए बाजार जाने वाले लोग सभी इस स्थिति से प्रभावित हो रहे हैं।

ट्रांसपोर्टर्स की समस्याएं

ट्रांसपोर्टर्स के लिए यह समस्या और भी गंभीर है। उनकी गाड़ियाँ खड़ी रहने के कारण उन्हें भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है। डीजल का खर्च, रख-रखाव का खर्च, और आमदनी में कमी सभी मिलकर उनके व्यवसाय को प्रभावित कर रहे हैं।

प्रशासन की प्रतिक्रिया

प्रशासन की ओर से इस मुद्दे पर अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। एसडीएम का तानाशाही बर्ताव और प्रशासन की निष्क्रियता ट्रांसपोर्टर्स और आम जनता के गुस्से को और बढ़ा रही है।

समस्या का समाधान

इस समस्या का समाधान केवल प्रशासन और एनएच विभाग के सक्रिय प्रयासों से ही संभव है। सड़क की मरम्मत और अवैध खनन पर रोक लगाने के साथ-साथ बाढ़ से बचाव के उपाय भी किए जाने चाहिए।

जनप्रतिनिधियों का हस्तक्षेप

जनप्रतिनिधियों का इस मुद्दे पर हस्तक्षेप भी जरूरी है। स्थानीय विधायकों और सांसदों को इस मुद्दे को उठाना चाहिए और प्रशासन पर दबाव बनाना चाहिए ताकि समस्या का जल्द से जल्द समाधान हो सके।

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लखीमपुर खीरी जिले में भीरा-पलिया सड़क पिछले 35 दिनों से बंद है, जिससे ट्रांसपोर्टर्स और आम जनता को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन की लापरवाही, एनएच विभाग की निष्क्रियता, और अवैध खनन के चलते इस समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। ट्रांसपोर्टर्स का गुस्सा और जनता की परेशानियाँ बढ़ती जा रही हैं। इस समस्या का समाधान तभी संभव है जब प्रशासन और एनएच विभाग मिलकर सक्रिय कदम उठाएंगे और जनप्रतिनिधियों का भी इस मुद्दे पर हस्तक्षेप होगा।

Deepak

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